राजस्थान के दौसा में प्रियंका की जनसभा, कहा- एक तरफ गहलोत का अनुभव, दूसरी तरफ पायलट जैसे युवा नेता

कांग्रेस की राष्‍ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को राजस्‍थान के दौसा जिले के सिकराय के कांदोली में चुनावी रैली को सम्‍बोधित करते हुए कहा कि सगळा नै राम राम सा… इस दौरान उन्होंने ERCP को लेकर बीजेपी पर जुबानी हमला बोला।

प्रियंका गांधी ने कहा कि आज मेरे लिए यह बहुत गर्व की बात है कि मैं श्री मेहंदीपुर बालाजी, देवनारायण भगवान जी और मीन भगवान के आशीर्वाद से आपके बीच में हूं। यह सुनकर बहुत खुशी हुई कि मेहंदीपुर बालाजी मंदिर पास में ही है। सीएम गहलोत से बात की कि सभा के बाद मेहंदीपुर बालाजी जाऊंगी।

धर्म को कोई हिंदुस्तानी नहीं नकार सकता

प्रियंका गांधी ने कहा कि जब-जब चुनाव आता है वे धर्म की बात करते हैं। धर्म को कोई हिंदुस्तानी नहीं नकार सकता। पर आपको ध्यान देना होगा कि यह बात चुनाव के समय क्यों उठ रही है। जब तमाम कांग्रेस की सरकारें ओपीएस दे रही हैं तो ये क्यों नहीं दे सकते, यह आपको पूछना पड़ेगा। आपको चुनना पड़ेगा कि आपको ऐसी राजनीति चुननी है जो सिर्फ आपके जज्बातों की बात करती है, या ऐसी जो आपका काम करे। लालच, महत्वाकांक्षा की राजनीति आपको आगे नहीं बढ़ाएगी। मैंने टीवी पर देखा, पता नहीं सच है या नहीं प्रधानमंत्री यहां देव नारायण मंदिर आए थे जब उनका लिफाफा खोला तो 21 रुपए निकले। देश में यही हो रहा है। आपको बड़े-बड़े लिफाफे दिए जा रहे हैं जब आप उसको खोलते हैं तो उसमें कुछ नहीं निकलता है। ईआरसीपी पर प्रधानमंत्री सिर्फ जुमले बाजी होती है। यह सिर्फ एक परियोजना नहीं है यहां के लिए गंगा की तरह है। आप यहां आज तक ईआरसीपी का इंतजार कर रहे हैं। पंडित जवाहर लाल नेहरू ने देश की 60 से अधिक बड़े बांध की परियोजनाएं बनाई। इनके बाद इंदिरा गांधी और लाल बहादुश शास्त्री ने इसको आगे बढ़ाया।

गहलोत सरकार ने आपके जीवन को आसान करने का काम किया

प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि राजस्‍थान की अशोक गहलोत सरकार ने आपके जीवन को आसान करने का काम किया है। 20 हजार करोड़ संसद भवन, 27 हजार करोड़ का हॉल बनाने का काम दूसरी पार्टी के नेता करते हैं। वे अपने उद्योग‍पति मित्रों के लिए काम करते हैं। ये नेता कहते हैं कि ओपीएस पेंशन के पैसे नहीं हैं जबकि सत्‍ता में आते ही सब कुछ उद्योगपतियों मित्रों को दे दिया। 6000 हजार करोड़ की कंपनियों को उनको कम दाम में बेच दिया। जहां से आपके रोजगार मिल सकता था। वो सब उद्योगपति मित्रों को बेचकर निजीकरण कर दिया। प्रदेश सरकार महंगाई राहत शिविर लगाने को मजबूर हुई है।