बिहार में अपराधियों का बढ़ा मनोबल, छपरा में बाइक सवार अपराधियों ने मारी एक युवक के सिर में गोली, मौके पर हुई मौत।

छपरा: बिहार के सारण जिले में लूटपाट के दौरान विवाद में अपराधियों ने युवक के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष और सारण के जिला परिषद अध्यक्ष रहे वैद्यनाथ सिंह विकल के भतीजे नवल सिंह के 22 वर्षीय पुत्र दीपक कुमार के रूप में की गयी है। घटना गड़खा थाना क्षेत्र के खाकी बाबा टोले की है। घटना के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने शव को छपरा सदर अस्पताल भेज दिया है। वहीं अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

दीपक पटना में रहकर पत्रकारिता की पढ़ाई करता था। पटना में ही उसकी बहन किसी अन्य कॉलेज में पढ़ाई करती थी। होली की छुट्टी में दोनों भाई-बहन बाइक से अपने घर गड़खा थाना क्षेत्र के खाकी बाबा टोला लौट रहा था। गांव के ही नजदीक केवानी बथानी में बाइक सवार अपराधियों ने पहले दीपक की बाइक को लात मारकर गिरा दिया और उसकी बहन के गले से सोने की चेन छीन ली। अपराधी चेन स्नेचिंग कर भागने लगे। इसी दौरान दीपक मौके पर अपराधियों से भिड़ गया। इस पर अपराधियों ने दीपक को गोली मार दी। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी।

बहन के चिल्लाने पर भागे अपराधीः दीपक को गोली लगने के बाद बहन ने मौके पर शोर मचायी। इसके बाद अपराधी मौके से फरार हो गये. घटना से लोगों ने पुलिस को और दीपक की बहन ने घरवालों को गोलीबारी की जानकारी दी। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे।

दीपक के दादा सारण जिला के गड़खा थाना क्षेत्र के खाकी बाबा टोला निवासी वैद्यनाथ सिंह विकल सीएम नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं और इलाके में राजनीतिक रूप से काफी मजबूत माने जाते हैं। वे जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और सारण के जिला परिषद के अध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में उनके रिश्तेदार की लूटपाट के दौरान हत्या जिले में पुलिसिंग पर बड़े सवाल उठा रहा है। सारण में दीपक हत्याकांड के बाद लोगों में काफी आक्रोश है।

पोते की हत्या पर बोले विकलः जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष वैद्यनाथ सिंह विकल से जब पत्रकारों ने पूछा कि आप सीएम नीतीश कुमार के काफी करीबी हैं और आपके पोते की लूट के दौरान हत्या कर दी जाती है तो आप क्या कहेंगे। इस वैद्यनाथ सिंह विकल ने कहा कि इस प्रकार की घटना इस रोड में कभी नहीं हुई थी। यह दुर्भाग्यपूर्ण है और क्या कह सकते हैं।