Post Pandemic Corporate Management पर वेबिनार का आयेजन, वक्ताओं ने कहा, कॉर्पोरेट सेक्टर के प्रबंधन के सामने है बड़ी चुनौती

राजधानी पटना में चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी और मगध महिला कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में Post Pandemic Corporate Management पर एक अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।

300 से अधिक पंजीकृत प्रतिभागियों लिया भाग

इस वेबिनार में 300 से अधिक पंजीकृत प्रतिभागियों ने भाग लिया साथ ही प्रासंगिक और महत्वपूर्ण मुद्दों पर विशेषज्ञों और वक्ताओं के अपने इसमें अपने विचार प्रस्तुत किए। छात्रों ने भी अपने पेपर भी प्रस्तुत किए। वेबनायर में लगभग 40 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए ।

वेबनायर में यह बात सामने आयी कि कोविद -19 के आगमन ने पूरी दुनिया के सामने और विशेष रूप से भारत के लिए एक अजीब स्थिति पेश की है। इस महामारी ने देश के सभी क्षेत्रों को प्रभावित किया है। प्रभावी रूप से, कोविद -19 कॉर्पोरेट संस्कृति पर भौतिक और संरचनात्मक परिवर्तन लाने जा रहा है। यह महत्वपूर्ण है। वेबिनार के दौरान कई सवाल भी उठाए गए और उनका जवाब दिया गया।

उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर जस्टिस मृदुला मिश्रा रही वहीं वेधशाला सत्र के मुख्य अतिथि मगध महिला कॉलेज की प्रचार्या प्रोफेसर शशि शर्मा रहीं । आभार का कार्यक्रम में जबकि धन्यवाद प्रस्ताव डॉ सुरेंद्र प्रसाद ने किया।

कॉर्पोरेट से लेकर शिक्षाविदों तक ने रखे विचार

इस वेबनायर में कॉर्पोरेट से लेकर शिक्षाविदों तक ने अपने विचार रखें।

वक्ताओं ने आने वाले दिनों में ट्रस्ट, स्वास्थ्य, पर्यावरण और सामाजिक मानदंडों के महत्व के बारे में भी बात की। उन्होंने कृषि के महत्व और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के महत्व पर जोर दिया। नवाचार और स्थानीय की ओर शिफ्ट कॉर्पोरेट्स के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। छंटनी और अन्य कॉर्पोरेट्स गंभीरता पर भी विचार किया गया और उनसे निपटने के तरीकों पर चर्चा की गई। इस वेबनायर में सकारात्मकता पर समग्र चर्चा हुई जिसे अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में मदद मिल सके और कॉर्पोरेट भारत अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार हो सके।

कोविद -19 की वजह से भारत जैसी बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए चुनौतियां अधिक कठिन और अधिक चुनौतीपूर्ण होंगी।

हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि कॉरपोरेट सरकारी सार्वजनिक क्षेत्र के निजी क्षेत्र की ओर से एकजुट प्रयास से हम इसपर काबू पा सकेंगे और अर्थव्यवस्था के सभी पहलू आर्थिक संकट से बाहर आने के लिए पुनरुत्थान के प्रयास करेंगे।

कॉर्पोरेट सेक्टर के प्रबंधन के सामने बड़ी चुनौती

यहां है कॉर्पोरेट सेक्टर के प्रबंधन के सामने एक बड़ी चुनौती है।

प्रस्तुत पत्रों के लिए TISS / TDI के निदेशक मनीष कुमार जज की भूमिका में रहे ।