‘DEAN’ का पदभार संभालते ही डॉ. शशि शर्मा ने कहा ‘यूनिवर्सिटी में इनोवेशन और वर्क कल्चर में बदलाव की जरूरत’

पटना यूनिवर्सिटी के समाज विज्ञान संकाय की डीन नियुक्त किये जाने के बाद प्रो. (डॉ.) शशि शर्मा ने सबसे पहले पटना विश्वविद्यालय के कुलपति का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस पद को संभालते हीं हमारी जिम्मेदारियां काफी बढ़ गयी हैं।
उन्होंने कहा कि ‘मेरा मानना है कि टीचिंग प्रोफेशन का यह सबसे बड़ा पद है। इस पद की अपनी गरिमा और सम्मान है। उन्होंने मगध महिला कॉलेज में हुए विकास और उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा जिस तरह से हमने उस कैंपस की शक्ल बदला है, नया मुकाम पर पहुंचाया है, हमारी कोशिश रहेगी कि डीन के पद रहते हुए विश्वविद्यालय के विकास में अपना अमूल्य योगदान दे सकूं।

डीन ऑफिस में इनोवेशन लाने का विचार

उन्होंने कहा कि डीन का पद संभालते हीं हमने डीन ऑफिस में इनोवेशन लाने का विचार किया है। साथ हीं मुझे लगता है कि वर्क कल्चर में भी बदलाव की जरूरत है। जो अब मैं निश्चित तौर पर करूंगी।

सबसे बड़ी समस्या मैं देखती हूं कि एक रिसर्च स्कॉलर जो एक जेआरएफ नहीं होता और अगर वो पीआरटी करके आता है… लेकिन गाइड से नहीं मिलता है। गाइड हीं उसे ढ़ूंढते रहते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए मैं एक नियम बनाने वाली हूं कि साल में 6 बार यानि हर दूसरे महीने उसे अपने रिपोर्ट्स का अपडेट देना होगा। और यह रिपोर्ट का अपडेट विभागाध्यक्ष या सुपरवाईजर के हस्ताक्षर के बाद देना होगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो उसपर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए मैं कुलपति महोदय से आग्रह करूंगी हूँ कि  नियमों में कुछ परिवर्तन किया जाए ताकि शोधकर्ता  अपने शोध पूरा करने विभाग के संपर्क में रह कर अपनी सेवा से विभाग को भी लाभान्वित करें। मुझे आशा है इसके द्वारा सभी विभाग एवं छात्रों को लाभ होगा।

1977 से ही मगध महिला कॉलेज में कर रही अध्यापन

डॉ. शशि शर्मा ने पटना विश्विद्यालय से मास्टर डिग्री करने के बाद नवम्बर 1977 से ही मगध महिला कॉलेज में अध्यापन का कार्य शुरू कर दिया था। विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में पढ़ाते हुए उन्हें 1994 में यूनिवर्सिटी प्रोफेसर में प्रमोशन मिल गया। यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हुए ही उन्होंने पटना विश्विद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।  इसके बाद 2014 में उनको यूनिवर्सिटी के राजनीति विज्ञान विभाग में पीजी डिपार्टमेंट का हेड बना दिया गया। डॉ. शशि शर्मा अपने कार्य के प्रति हमेशा जागरूक रहीं, इसी का परिणाम हुआ कि उन्हें दिसंबर 2017 में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मगध महिला कॉलेज की प्रिंसिपल बनाने का फैसला किया। तभी से वे इस पद को सुशोभित कर रही हैं।

इसके साथ ही डॉ. शर्मा

  • Member of Advisory Committee of Midanpore college CPE Project,Appointed by Chairman,UGC New Delhi,
  • Chairperson of Internal Complaint Committee for Gender Harassment of IGIMS
  • Assessor of NAAC peer team Bengaluru से भी जुड़ी हैं।

डॉ. शशि शर्मा ने अपने अध्यापन के दौरान कई किताबें भी लिखी है। इनके कई शोधपत्र राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर की शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं।

  • Major Threats to Indian Democracy and Gandhian Remedy(2019)
  • Rajnitik Samaj ki Roop Rekha (2010)
  • Rajnitik Samaj ki Roop Rekha second edition (2015)
  • Naxal Movement in Bihar and Jharkhand- A Blood Stained Journey (2014)