बिहार में एक ही तारीख को 2 बड़ी परीक्षाएं, छात्रों की चिंता-कौन सी परीक्षा दें, किसे छोड़ें ?

बिहार के हजारों परीक्षार्थी इन दिनों दुविधा में हैं। राज्य में दो बड़ी परीक्षाएं एक ही दिन 29 नवम्बर को आयोजित होने जा रही है। बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) इंटर स्तरीय बहाली मुख्य परीक्षा की तिथि पहले से ही 29 नवम्बर को घोषित किया गया था। अब बिहार पुलिस अवर चयन आयोग (बीपीएसएससी) ने भी दारोगा मुख्य परीक्षा 29 नवम्बर को ही आयोजित कराने का नोटिस जारी किया है। इससे पहले बिहार दारोगा मुख्य परीक्षा 11 अक्टूबर को और बीएसएससी इंटर स्तरीय मुख्य परीक्षा 18 अक्टूबर को होने वाली थी लेकिन दोनों ही आयोगों ने परीक्षा स्थगित कर दिया था। तत्पश्चात बीएसएससी ने 29 नवम्बर को परीक्षा लेने की तिथि घोषित किया। कुछ दिन बाद ही बीपीएसएससी ने भी 29 नवम्बर को ही परीक्षा लेने का नोटिस जारी कर दिया।

हजारों परीक्षार्थियों को देना है दोनों ही एग्जाम

बीएसएससी की परीक्षा मे 63 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे जबकि बीपीएसएससी मे पचास हजार के करीब परीक्षार्थी शामिल होंगे। इसमें लगभग 20 से 25 हजार परीक्षार्थी ऐसे हैं जो दोनों की प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण हैं और उन्हें दोनों मुख्य परीक्षा देना है। एक ही दिन दोनों परीक्षाओं के होने से हजारों छात्रों के सामने समस्या आ गई है कि इतनी मेहनत से प्रारंभिक परीक्षा पास करने के बावजूद भी उन्हें एक परीक्षा मे ही शामिल होने का मौका मिलेगा।

मामले पर छात्र नेताओं का क्या कहना है

छात्र-युवा नेता सह राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा कि दोनों आयोगों को आपस मे सामंजस्य स्थापित करते हुए एक परीक्षा को आगे-पीछे आयोजित करना चाहिए। ताकि किसी भी परीक्षार्थी की परीक्षा ना छूटे और दोनों परीक्षा दे सकें। दिलीप ने कहा कि चूंकि बीएसएससी ने पहले से ही 29 नवम्बर की तिथि घोषित कर रखा था और बीपीएसएससी ने कुछ दिन बाद 29 नवम्बर की ही तिथि घोषित किया। इसलिए बीपीएसएससी परीक्षा की तिथि मे परिवर्तन करे। या तो 29 नवम्बर से एक दिन पहले या 29 नवम्बर के बाद की कोई भी तिथि घोषित करें।

फिर क्या करेंगे छात्र ?

दिलीप कुमार ने कहा कि बिहार में भर्ती आयोगों द्वारा छात्रों के साथ लगातार अन्याय किया जा रहा है। बीएसएससी की प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट भी 17 जनवरी को हम लोगों के द्वारा किए गए आंदोलन के बाद ही आया था। अगर बीपीएसएससी मुख्य परीक्षा की तिथि मे परिवर्तन नहीं करता है तो दुर्गापूजा के बाद हजारों छात्र आंदोलन करेंगे और बीपीएसएससी ऑफिस के आगे धरना देंगे।