महामारी कोरोना का प्रचंड होते रूप को देखते हुए आयुष मंत्रालय ने एक उपयुक्त व्यवस्था की घोषणा की है। मंत्रालय ने कोविड-19 से बचाव और रोकथाम के लिए उपायों और दवाओं के प्रभावों के आलकन के लिए एक परियोजना तैयार किया है, जिसमें अस्पतालों और कोविड से निपटने में जुटे संस्थानों से सहयोग देने की अपील की है।
योजना में कौन ले सकते हैं हिस्सा
कोविड-19 मामलों से निपटने में जुटे अस्पतालों या संस्थानों को इस योजना में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। प्रस्ताव ‘सार्स-सीओवी-2’ संक्रमण और कोविड-19 रोग से बचाव या रोकथाम और नैदानिक प्रबंधन में आयुष के ठोस उपायों या दवाओं की भूमिका तथा प्रभावों के आकलन से संबंधित होने चाहिए।
10 लाख का खर्च भी मिलेगा
संस्थागत आचार समिति से मंजूरी प्राप्त अधिकतम छह माह की अवधि वाले परियोजना प्रस्तावों पर 10 लाख रुपये तक की सहायता देने के लिए विचार किया जाएगा, ताकि आयुष चिकित्सकों, तकनीकी श्रमबल की सेवाएं लेने, प्रयोगशाला में जांच और संबंधित आकस्मिक जरूरतों पर आने वाले खर्च को पूरा किया जा सके।
- पात्रता मानदंड, आवेदन जमा करने की विधि, आवेदन पत्र सहित विवरण आयुष मंत्रालय की वेबसाइट ayush.gov.in पर अपलोड कर दिया गया है।
- आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 1 मई, 2020 है।
- आवेदन पत्र केवल ईमेल के माध्यम से ही प्राप्त किए जाएंगे और इसका एड्रेस यह है: [email protected].
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