भारत में 50 फीसदी से अधिक रिकवरी रेट, अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के मिल रहे संकेत-PM मोदी

पीएम मोदी ने मंगलवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड महामारी की समस्या को लेकर वीडियो कंफ्रेंसिंग के जरिये बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से हुई किसी की भी मौत असहज करने वाली है। भारत में विशाल जनसंख्या के बावजूद कोरोना से हालात विनाशकारी नहीं हुए हैं । देश में रिकवरी रेट 50 फीसदी के ऊपर है। इस समय हमें बिलकुल सावधान रहने की जरूरत है। मास्क के बिना बाहर जाने के बारे में सोचना भी नहीं करनी चाहिए।

भारत में 50 फीसदी से उपर रिकवरी रेट

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भविष्य में जब कभी भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई का अध्ययन होगा, तो ये दौर इसलिए भी याद किया जाएगा कि कैसे इस दौरान हमने साथ मिलकर काम किया और को-ऑपरेटिव फेडरेलिज्म का सर्वोत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया।
विश्व के के बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स, स्वास्थ के जानकार, लॉकडाउन और भारत के लोगों द्वारा दिखाए गए अनुशासन की आज चर्चा कर रहे हैं, आज भारत में रिकवरी रेट 50 प्रतिशत से ऊपर है और आज भारत दुनिया के उन देशों में अग्रणी है जहां कोरोना संक्रमित मरीज़ों का जीवन बच रहा है।

कोरोना को रोकने से पटरी पर लौटेगी अर्थव्यवस्था

हमें इस बात का हमेशा ध्यान रखना है कि हम कोरोना को जितना रोक पाएंगे, उतनी ही हमारी अर्थव्यवस्था खुलेगी, हमारे दफ्तर खुलेंगे, मार्केट खुलेंगे, ट्रांसपोर्ट के साधन खुलेंगे, और उतने ही रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे यहां जो छोटी फैक्ट्रियां हैं उन्हें गाइडेंस की, हैंड होल्डिंग की बड़ी जरूरत है। मुझे पता है आपके नेतृत्व में इस दिशा में काफी काम हो रहा है।पीएम ने कहा कि ट्रेड और इंडस्ट्री अपनी पुरानी रफ्तार पकड़ सकें, इसके लिए वैल्यू चैंस पर भी हमें मिलकर काम करना होगा।