शहाबुद्दीन के घर वाले उनकी तदफ़ीन सिवान में करना चाहते हैं।अधिकारी नहीं दे रहे हैं इसकी इजाज़त

बिहार के सीवान से राजद के पूर्व सांसद बाहुबली मोहम्मद शहाबुद्दीन का कोरोना वायरस से निधन हो चुका है। बिहार के सीवान के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन का शनिवार की सुबह कोरोना से निधन हो गया था। इसकी पुष्टि कई घंटों के बाद तिहाड़ जेल प्रशासन ने की थी। गौरतलब है कि तिहाड़ जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे शहाबुद्दीन को कोरोना संक्रमण के बाद दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी। अब निधन के बाद परिवार की मांग है कि शहाबुद्दीन का शव उन्हें सौप दिये जानें की मांग कर रहा है। लेकिन अधिकारी इसकी इजाजत नहीं दे रहे हैं। इसको लेकर एआईएमआईएम चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया है।

शहाबुद्दीन साहब का ठीक से इलाज नहीं हुआ

असदुद्दीन ओवैसी ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा कि मरहूम शहाबुद्दीन साहब के घर वाले उनकी तदफ़ीन सिवान में करना चाहते हैं।

अधिकारी इसकी इजाजत नहीं दे रहे हैं और उनकी मय्यत को घर वालों के हवाले नहीं कर रहे हैं। शहाबुद्दीन साहब का ठीक से इलाज नहीं हुआ था। उन्हें एक कोविड-19 के मरीज़ के साथ रखा गया था।

उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि कम से कम उनके ग़मज़दा घर वालों को उनके आख़री रूसूमात उनके हिसाब से करने से तो नहीं रोका जाना चाहिए। ज़ाहिर सी बात है कि वो कोविड-19 के तमाम एहतियाती तदाबीर पर अमल करेंगे।

 

1 मई को हुई थी मौत

जानकारी के लिए आपको बता दें कि मोहम्मद शहाबुद्दीन हत्या के मामले में लंबे समय से दिल्ली की तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे। 1 मई दिन शनिवार को शहाबुद्दीन के निधन की खबर सामने आई। जेल प्रशासन तरफ से कहा गया था कि 20 अप्रैल को शहाबुद्दीन को इलाज के लिए अस्पताल लेकर जाया गया था, वे कोविड-19 से संक्रमित थे। लेकिन 1 मई को उनकी मौत हो गई। बाहुबली शहाबुद्दीन के निधन पर लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव समेत बिहार के बड़े नेताओं ने दुख प्रकट किया था।