भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी के दफ्तर में खड़ीं दर्जनों एंबुलेंस पर पप्पू यादव ने उठाए सवाल, सांसद बोले- ड्राइवर के अभाव में नहीं चल पा रहे एंबुलेंस

पूरे देशभर में कोरोना संक्रमण के उत्पन्न स्थिति के कारण हाहाकार मचा हुआ है। संक्रमण की दूसरी लहर में बढ़ते मामलों के कारण अस्पतालों की व्यवस्था दिनों दिन चरमराती रही है। बिहार भी इससे अछूता नहीं है, सरकार अपने प्रयासों में लगी है। आपदा के इस समय में अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड, वेंटिलेटर, एम्बुलेंस आदि की कमी साफ़ तौर पर दिख रही है। राजाना की तस्वीरें साफ़ बयान कर रहे हैं कि सरकारी दावे खोकले हैं।

बिहार के छपरा में जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव ने एक कैंपस में धावा बोला, जहाँ भाजपा से सांसद राजीव प्रताप रूडी के एमपी फंड से लाये गये 30 से ज्यादा एंबुलेंस एक कैंपस में छिपा कर रखे मिले। जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव ने इन रखे गये एंबुलेंस से कवर हटाया औऱ कैमरे के सामने हकीकत उजागर कर दी। पप्पू यादव दावा किया है कि इन रखे गये एंबुलेंस की तादाद 100 थी। लेकिन उनके आने की खबर मिलने के बाद ढ़ेर सारे एंबुलेंस को वहां से निकाल दिया गया। गौरतलब है कि पप्पू यादव ने कहा कि ये सारे एंबुलेंस 2019 के सांसद फंड से खरीदे गये हैं।

पप्पू ने हकीकत से पर्दा उठाया

दरअसल पप्पू यादव सरकार नहीं है पर इन दिनों कोरोना मरीजों को मदद पहुचाने में लगे है। शुक्रवार को पप्पू यादव ने सारण जिले के अमनौर के पास एक कैंपस में समर्थकों के साथ पहुंचे। बतादें कि यह कैंपस छपरा के भाजपा से सांसद राजीव प्रताप रूड़ी का कार्यालय बताया जाता है। यह उल्लेखनीय है कि इस परिसर में सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के कई होर्डिंग-बैनर के साथ साथ प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र का भी बोर्ड लगा है। इसी परिसर में कवर से ढ़क कर तीस से ज्यादा एंबुलेंस को रखा गया था। पप्पू यादव ने शुक्रवार को समर्थकों के साथ पहुंचे और कैमरे के सामने दिखाया कि किस तरह एंबुलेंस को स्टोर कर सांसद के कैंपस में रखा गया था।

एंबुलेंस की सांसद फण्ड से 2019 हुई थी खरीद

इस परिसर में मिले एंबुलेंस ही लिखा है MPLADS-2019 के बैनर लगे हैं। हालांकि रखे गये उन एंबुलेंसों पर सांसद पंचायत एंबुलेंस सेवा लिखने के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औऱ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर लगायी गयी है। एंबुलेंस पर एक टॉल फ्री नंबर भी दिया गया है-18003456222 जोकि सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के कार्यालय का है। बताया जा रहा है कि यह सारे एम्बुलेंस सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के फंड 2019 में ही खरीदे गये थे। कैमरे के सामने सारे एंबुलेंस को बेनकाब करने के बाद पप्पू यादव ने कहा कि यही बीजेपी की हकीकत है।

गौरतलब है कि बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने बिहार में निजी एम्बुलेंस चालकों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए किराया तय कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग और परिवहन विभाग निजी एम्बुलेंस चालकों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए किराया निर्धारित किया है। साथही ही इसे न मानने वालों पर बिहार आपदा नियंत्रण कोविड 19 कानून के तहत कार्रवाई करने की बात कही है। साथ ही कहा है कि इन एम्बुलेंस में लाइफ सपोर्ट सिस्टम, जीवन रक्षक दवाएं एवं प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी उपलब्ध होने चाहिए। लिकिन इन प्रयासों के बावजूद लेकिन निजी एम्बुलेंस चालक अपनी मनमानी करते देखे जा रहे हैं।

इन सबके बीच सांसद राजीव प्रताप रूड़ी का बयान हसामने आया है। जिसमें कहा गया है कि “पप्पू यादव अपनी राजनीति में मधेपुरा चले आये। उन्हें नहीं पता है कि सारण जिले के 80 एंबुलेंस में लगभग 56 एंबुलेंस कार्यरत हैं औऱ जनता की सेवा में लगे हुए हैं। दुर्भाग्य है कि इस समय ड्राइवर के अभाव में सभी एंबुलेंस नहीं चल पा रहे हैं। पप्पू यादव आप सभी एंबुलेंस ले जाइये लेकिन सारण की जनता को ये कसम देकर जाइये कि सारण में बची हुई सभी एंबुलेंस पर आप ड्राइवर देंगे औऱ उसे संचालित करेंगे। राजनीति करना है तो मधेपुरा में करिये, सारण की जनता इससे प्रभावित नहीं होने वाली है।”

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सबको रोज़गार देने की चिंता कर रहे है और दूसरी तरफ ड्राईवर की कमी के कारण ड्राइवर के अभाव में सभी एंबुलेंस नहीं चल पाए। वह भी तब जब कि बीजेपी के दिग्गज पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी जिनकी एक आवाज़ पर लाखो भी भीड़ जमा हो जाती हो। ऐसे में दिए गए बयान पर विश्वाश करना थोडा मुश्किल है।हाँ यह ज़रूर है कि पप्पू यादव के पहल ने राजनीतिक गलियारे में सनसनी फैला दी है।