दरभंगा ब्लास्ट मामले में नया खुलासा, सलीम के घर में सारी योजना पाकिस्तान में बैठे इकबाल काना के इशारे पर बनाई गई थी!

crime scene do not cross signage

दरभंगा में रेलवे के पार्सल में भले ही एक छोटी शीशी में ब्लास्ट हुआ, लेकिन अब मामले में रोज़ नए नए बड़े खुलासे सामने आ रहे हैं। मिडिया रिपोर्ट के अनुसार इसी साल फरवरी महीने में शामली निवासी सलीम के घर में ही ट्रेन में आईईडी ब्लास्ट की साजिश रची गई थी। जानकारी के मुताबिक सलीम के घर में सारी योजना पाकिस्तान में बैठे इकबाल काना के इशारे पर बनाई गई थी।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस मामले में शुक्रवार को दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यूपी के शामली जिले से सलीम और कफील नामक आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। शामली में रहने वाले सलीम ने ही हैदराबाद से गिरफ्तार नासिर और इमरान को रिक्रूट किया था।

एनआईए ने सलीम और कफील को आज शामली से गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया और फिर रिमांड पर ले लिया।

एनआईए के मुताबिक फरवरी 2021 में शामली में सलीम के घर पर हैदराबाद से गिरफ्तार नासिर, इमरान और सलीम के साथ शामली में गिरफ्तार कफील की मीटिंग हुई थी। उसी मीटिंग में ट्रेन में बम धमाके का प्लान सलीम ने बताया था। सलीम ने ही अब तक गिरफ्तार किए जा चुके सभी आरोपियों का परिचय पाकिस्तान में बैठे इकबाल काना से करवाया था।

कौन है इकबाल काना

उत्तर प्रदेश के कैराना का रहने वाला इकबाल काना बहुत पहले पाकिस्तान चला गया था। वहीं इकबाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के सम्पर्क में आया और फिर जाली नोटों का सबसे बड़ा किंगपिन बन गया। इकबाल काना भारत मे नेपाल और बांग्लादेश के जरिये जाली नोट भेजता है. कैराना और शामली के कई लोग आज भी इकबाल के संपर्क में हैं। पाकिस्तान से कपड़े और फलों की टोकरी में भरकर हथियारों की सप्लाई भी करवाई जाती थी।

एनआईए के मुताबिक पाकिस्तान से इकबाल काना सलीम को पैसे भेजता था। जिसे सलीम गैर कानूनी काम में इस्तेमाल करने के लिए चैनलाइज करता था। इकबाल काना भारतीय एजेंसियों की नजर में वॉन्टेड है। कहने को पाकिस्तान में इकबाल की ग्रोसरी शॉप है. लेकिन असल में वो आईएसआई और लश्कर-ए-तैयबा के हैंडलर के तौर पर काम करता है।

एजेंसियों को जानकारी मिली है कि सलीम जब पाकिस्तान जाता था, तब इकबाल ही उसे पाकिस्तान में ठहरने के लिए जगह देता था। फिलहाल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस मामले में गिरफ्तार किए जा चुके चारों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

एनआईए की प्रवक्ता जया राय ने बताया था कि 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पार्सल में ब्लास्ट हुआ था। एनआईए ने इस मामले में 24 जून को जांच शुरू की थी। इसी के बाद इस मामले में कुल मिलाकर चार लोग पकड़े जा चुके हैं।