पटना से दिल्ली-बनारस का सफर अब होगा आसान: कोलकाता एक्सप्रेस-वे की भी तैयारी, सीएम नीतीश की कई महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं को हरी झंडी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनएचएआई द्वारा बनाये गये 4 हाइवे के एलाइन्मेंट पर बुधवार को सहमति दे दी। इसके बाद इनके निर्माण का काम तेज हो जाएगा। इन सड़कों के बनने से पटना से दिल्ली और बनारस का सफर आसान हो जाएगा और समय की बचत भी होगी। इसके अलावा भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत पटना से कोलकाता तक सीधी कनेक्टिविटी के लिए पटना-कोलकाता एक्सप्रेस वे के निर्माण की अनुशंसा भी की गई। मोकामा से मनोहरपुर होते लखीसराय के दक्षिण से मुंगेर तक ग्रीन फील्ड नये 4 लेन सड़क के एलाइन्मेंट को मंजूरी मिली।

  1. मोकामा-मुंगेर फोर लेन पथ के अन्तर्गत मोकामा से मनोहरपुर होते हुए लखीसराय के दक्षिण से मुंगेर तक ग्रीन फील्ड नये फोर लेन पथ के एलाइनमेंट की स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें सरमेरा से मनोहरपुर तक 20 कि0मी0 लम्बा पथ भी शामिल रहेगा। इस पथ की कुल लम्बाई 92 कि0मी0 होगी। इसके बन जाने से राज्य में बक्सर से पटना होते हुए मोकामा-मुंगेर के माध्यम से भागलपुर-मिर्जा चौकी तक फोर लेन पथ की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।
  2. बरौनी-मुजफ्फरपुर फोर लेन पथ के अन्तर्गत बरौनी-बछवाड़ा -दलसिंह सराय-मुसरी धरारी के रास्ते मुजफ्फरपुर तक वर्तमान पथ के फोर लेन चौड़ीकरण हेतु सहमति प्रदान की गई। मुजफ्फरपुर शहर में यातायात की सुगमता के उद्देश्य से मुजफ्फरपुर शहर के रिंग रोड के एलाइनमेंट की सहमति प्रदान की गई। मुजफ्फरपुर-बरौनी पथ को मुजफ्फरपुर-हाजीपुर पथ से 5 कि0मी0 लम्बे बाईपास पथ से जोड़ा जाएगा। इसी प्रकार मुजफ्फरपुर-बरौनी पथ को मुजफ्फरपुर-दरभंगा ईस्ट-वेस्ट कोरिडोर से 11 कि0मी0 लम्बे बाईपास पथ से जोड़ा जाएगा। साथ ही मुजफ्फरपुर-बाईपास को ईस्ट-वेस्ट कोरिडोर में 1.6 कि0मी0 लम्बे पथ से जोड़ा जाएगा। मुजफ्फरपुर शहर में प्रवेश करने वाले सभी राष्ट्रीय राजमार्ग आपस में मुजफ्फरपुर रिंग रोड के माध्यम से जुड़ पाएगा। मुजफ्फरपुर रिंग रोड की कुल लम्बाई लगभग 40 कि0मी0 होगी। इसके बन जाने से मुजफ्फरपुर शहर में जाम की समस्या काफी हद तक कम जो जाएगी एवं शहर का सभी दिशाओं में व्यापक फैलाव हो सकेगा।
  3. बक्सर-हैदरिया फोर लेन पथ का निर्माण के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में लखनऊ से हैदरिया तक पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से बक्सर की सम्पर्कता सुनिश्चित करने के लिए 17 कि0मी0 पथांश के फोर लेन चौड़ीकरण हेतु मार्ग रेखन प्रस्ताव को देखा गया एवं इस पर सहमति व्यक्त की गई। इसके बन जाने से बिहार राज्य की राजधानी पटना की दिल्ली तक 4/6 लेन के माध्यम से अतिरिक्त सुलभ सम्पर्कता सुनिश्चित हो सकेगी।
  4. बक्सर-वाराणसी ग्रीन फील्ड फोर लेन पथ के अन्तर्गत पटना से बक्सर के रास्ते वाराणसी तक सुगम आवागमन के प्रयोजन से बक्सर-चौसा-वाराणसी नये फोर लेन पथ के एलाइनमेंट पर सहमति प्रदान की गई। इस एलाइनमेंट का 29 कि0मी0 हिस्सा बिहार राज्य में पड़ता है और 62 कि0मी0 हिस्सा उत्तर प्रदेश में पड़ता है। इसके बन जाने से पटना से वाराणसी तक की दूरी मात्र 225 कि0मी0 रह जाएगी, जो पटना-मोहनियाँ-वाराणसी मार्ग रेखन की तुलना में लगभग 30 कि0मी0 कम होगी।

बिहार के 7 नए राजमार्ग को भारतमाला-2 परियोजना में शामिल करने का प्रस्ताव

पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा है कि बिहार सरकार 1530 किमी लंबाई और 56700 करोड़ से बनने वाले 7 नए राजमार्ग बनाने को भारतमाला-2 परियोजना में शामिल करने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजेगी। निर्माणाधीन इण्डो-नेपाल बार्डर दो लेन को 4 लेन करने की बात है। इससे राज्य के सात जिलों पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया एवं किशनगंज के बार्डर क्षेत्रों के आर्थिक विकास में सहायता मिलेगी। राजधानी पटना से कोलकाता की सीधी कनेक्टिविटी के लिए पटना-कोलकाता एक्सप्रेस वे के निर्माण की अनुशंसा की गई।

बक्सर-पीरो-अरवल-जहानाबाद-बिहारशरीफ 4 लेन सड़क निर्माण की अनुशंसा हुई। पटना से पूर्णिया की दूरी कम करने के लिए दलसिंहसराय से सिमरी-बख्तियारपुर तक 70 किलोमीटर लम्बे नए 4 लेन ग्रीन फील्ड पथ निर्माण की अनुशंसा की गई। पटना रिंग रोड के दिघवारा से नेपाल बार्डर रक्सौल तक सुगम आवागमन के उद्देश्य से नए पथ के निर्माण की अनुशंसा हुई।

सुल्तानगंज से देवघर तक अगुआनी घाट नए पुल से नए एलाइन्मेंट पर सड़क बनाने का निर्णय हुआ। रामजानकी मार्ग (अयोध्या से जनकपुर) के तहत सीवान के रास्ते मशरख होते हुए मुजफ्फरपुर तक नए 4 लेन पथ के निर्माण की अनुशंसा की गई। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार एवं चंचल कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण अमृत लाल मीणा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, ओएसडी गोपाल सिंह व पथ निर्माण विभाग के वरीय अभियंतागण मौजूद थे।

इन नई सड़कों को भारतमाला-2 परियोजना में शामिल कराने की बात

1. पटना-कोलकाता एक्सप्रेस वे वाया बिहारशरीफ-सिकंदरा- कटोरिया, लंबाई: 470 किलोमीटर, लागत:17900 करोड़ 2. इंडो-नेपाल बॉर्डर रोड को 4 लेन किया जाए, लंबाई : 552 किलोमीटर, लागत : 21000 करोड़ 3.बक्सर से बिहारशरीफ वाया पीरो, अरवल, जहानाबाद, लंबाई : 165 किलोमीटर, लागत : 4600 करोड़ 4. दलसिंहसराय से सिमरी बख्तियारपुर, लंबाई : 70 किलोमीटर, लागत : 2700 करोड़ 5.दिघवारा से रक्सौल वाया मशरख, पिपराकोठी, मोतिहारी, लंबाई : 135 किलोमीटर, लागत : 5200 करोड़ 6. सुलतानगंज अगुवानीघाट पुल से देवघर, लंबाई : 83 किलोमीटर, लागत : 3200 करोड़ 7. मशरख से मुजफ्फरपुर, लंबाई : 55 किलोमीटर, लागत : 2100 करोड़

इन नए हाईवे को सीएम ने बनाने की सहमति दी

1. मोकामा से मुंगेर वाया मनोहरपुर, लखीसराय 4 लेन हाइवे, लंबाई : 92 किलोमीटर, लागत : 2702 करोड़ 2. मुजफ्फरपुर शहर के चारों तरफ सभी हाइवे को बाहर ही बाहर जोड़ 4 लेन रिंग रोड बनाया जाएगा- लंबाई : 40 किमी 3. बरौनी- मुजफ्फरपुर वर्तमान 2 लेन 4 लेन बनेगा, लागत : 3337 करोड़ 4. बिहार को उत्तरप्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेस से जोड़ने के लिए बक्सर-हैदरिया 4 लेन हाइवे- लंबाई : 17 किलोमीटर, लागत : 764 करोड़ 5. बक्सर-बनारस वाया चौसा, लंबाई : बिहार में 29 किमी, उत्तरप्रदेश में 62 किलोमीटर, लागत : 2774 करोड़