पंजाब में धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ना था स्वर्ण मंदिर में घटित बेअदबी के घटना का उद्देश्य- सूत्र

स्वर्ण मंदिर में बेअदबी की कोशिश मामले पर सोमवार को सिखों के सर्वोच्च धार्मिक निकाय शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि श्रीदरबार साहिब की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई है, यह एक सोची समझी साजिश है। सुबह 10 बजकर 26 मिनट पर आरोपी दरबार साहिब पहुंचा। श्रीदरबार साहिब में उसने मत्था टेका और परिक्रमा की। आरोपी ने ऐसी कूद लगाई जैसे वह कमांडो ट्रेनिंग लेकर आया हो। SGPC ने बेअदबी के लिए फांसी की मांग की है ।उन्होंने कहा कि बेअदबी की सजा मौत होनी चाहिए। SGPC के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बेअदबी की ये कोशिश पूरी प्लानिंग के तहत की गई थी। इस बेअदबी का उद्देश्य पंजाब का माहौल बिगाड़ना था। SGPC अध्यक्ष ने बताया कि आरोपी युवक सबसे पहले सुबह 8 बजे दिखा उसके हरकतें संदिग्ध मालूम होने पर उसे गेट पर रोका गया। इसके थोड़ी देर बाद 9 बजकर 40 मिनट पर उसने लंगर वाली साइड से आने की कोशिश की। लंगर लिया, चाय भी पीया और लंगर वाले गेट से ही अंदर प्रवेश कर गया। सुबह 10 बजकर 26 मिनट पर आरोपी दरबार साहिब में पहुंचा था। SGPC अध्यक्ष ने बताया कि 12 बजे आरोपी युवक बाहर चला गया, लेकिन 2 बजकर 45 मिनट पर पुनः एक बार गुरुद्वारे के परिसर में दिखा।

बेअदबी केस में कार्रवाई को लेकर कांग्रेस विभाजित नजर आ रही है। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि बेअदबी के दोषियों को सरेआम फांसी पर लटका देना चाहिए, कुछ कट्टरपंथी ताकतें शांति भंग करना चाहती हैं। वहीं दूसरी तरफ पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि आरोपी से पहले पूछताछ करनी चाहिए थी, अगर आरोपी जिंदा रहता तो साजिश की परत खुल सकती थी। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि दरबार साहिब में जो हुआ उससे बुरी बात कोई दूसरी नहीं हो सकती, बहुत अफसोस की बात है कि इस बेअदबी की जांच की खातिर डिप्टी कमिश्नर की जांच कमेटी बनाई गई है। इतने गंभीर मामले की जांच जज की कमीशन बैठाकर होनी चाहिए। ये तमाम बातें प्रशासन के नीयत पर सवाल खड़ी कर रही हैं।स्वर्ण मंदिर बेअदबी की घटना के बाद केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार को अलर्ट जारी कर दिया है। केंद्र सरकार ने पंजाब के तमाम
धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश हैं। सूत्रों की माने तो धार्मिक स्थल के इस्तेमाल के पीछे पंजाब का माहौल बिगाड़ने की बड़ी साजिश की बात सामने आ रही है।इस तरह के घटनाओं को अंजाम देने के पीछे का मकसद पंजाब में दंगे भड़काना और धार्मिक सद्भाव बिगाड़ना बताया जा रहा है। केंद्र सरकार ने सारे धर्मिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने और लगे कैमरे चेक करने का आदेश जारी किया है। इसके साथ ही केंद्र सरकार की और से सीसीटीवी के डीवीआर में एक महीने का डाटा सुरक्षित रखने के निर्देश भी दिए गये है। स्वर्ण मंदिर में घटित बेअदबी के मामले के बाद तमाम धार्मिक स्थलों पर पंजाब पुलिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।