केंद्रीय जलशक्ति व खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल बेशक हिमाचल का दौरा करके दिल्ली चले गए हों, लेकिन इस दौरे के अंतिम पड़ाव ऊना जिले में शनिवार को केंद्रीय मंत्री प्रशासनिक व्यवस्था से नाराज दिखे। यहां मंत्री पुलिस की पायलट गाड़ी के प्रबंधों को लेकर परेशान हुए क्योंकि ऊना जिला के हरोली के सिंगा में फूड पार्क में निरीक्षण के अलावा अन्य एक निजी कार्यक्रम भी रखा गया था। शनिवार को केंद्रीय मंत्री के काफिले को ऊना जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की तरफ से हमीरपुर जिला की सीमा पर स्थित बड़सर से रिसीव किया गया। इसके बाद मंत्री का बंगाणा पहुंचने पर पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर के नेतृत्व में स्वागत किया गया।
इसके बाद मंत्री का काफिला ऊना से वाया रामपुर – हरोली या ऊना-संतोषगढ़ की बजाय ऊना से वाया मैहतपुर से सिंगा तक ले जाया जा रहा था जिससे मंत्री परेशान हो उठे क्योंकि केंद्रीय राज्यमंत्री पहले पूर्व सीएम प्रो. प्रेम कुमार धूमल के आवास पर लंच करने के बाद लौटे थे। वहां से आने में कुछ देर हो गई। जैसे ही पटेल सिंगा गांव में पहुंचे तो पुलिस अधिकारियों ने मंत्री से महज इतना कहा कि आपको अपना एक कार्यक्रम रद्द करना पड़ेगा। पुलिस अधिकारी ने जब मंत्री से बात करनी चाही तो उन्होंने कहा कि फालतू की बात मत करो, आपके कारण मेरे एक कार्यक्रम का सत्यानाश हो गया। हमें मत समझाओ कुछ, अपना व्यवहार ठीक करो नहीं तो आपके खिलाफ हमें लिखना पड़ेगा। इसके बाद मंत्री ने पायलट गाड़ी में सवार पुलिस अधिकारी को कहा कि आप जाओ। हालांकि केंद्रीय मंत्री सिंगा गांव में एक नजदीकी व्यक्ति धमेंद्र सिंह से मिलने उनके घर भी गए और वहां से सिंगा के मेगा फूड पार्क का दौरा भी किया। उसके बाद वाहन से चंडीगढ़ रवाना हो गए। हालांकि पुलिस की सलामी देने को लेकर मंत्री की तरफ से महज इतना इशारा किया गया कि पहले ही लेट हो गए हैं। अब बस करो, आगे भी जाना हैं।
जीएडी के निर्देशानुसार मंत्री को ले जाया गया : राघव शर्मा
ऊना जिला के उपायुक्त राघव शर्मा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के दौरे को लेकर जीएडी की तरफ से जिस तरह के आदेश मिले, उसका पालन किया गया। उसमें किसी तरह की चूक नहीं हुई हैं। ऊना जिला की सीमा पर पहुंचने पर मंत्री का प्रोटोकाल के मुताबिक ऊना जिला प्रशासन की तरफ से उपलब्ध कराई गई गाडिय़ों में कार्यक्रम स्थल सिंगा व बाद में चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर छोड़ा गया। रास्ते में रूट को लेकर मंत्री कुछ परेशान जरूर हुए । बावजूद इसके केंद्रीय मंत्री सिंगा में कार्यक्रम में पहुंचकर सारे प्रोजेक्ट के बारे में उनपर विस्तार से बातचीत कर पाए।
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