बीपीएससी पेपर लीक मामले में जीतन राम मांझी ने दिखाया तेजस्वी यादव को आइना, राजद को दिलाई पुराने बिहार की बात।

रविवार को राज्य में 67वीं बीपीएससी (67th BPSC Examination) की पीटी की परीक्षा हुई थी। परीक्षा खत्म होने के कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने के वीडियो वायरल होने लगा। जिसके बाद बीपीएससी ने रविवार को हुए परीक्षा को रद्द करते हुए इस धांधली के जांच लिए जांच कमेटी बनाई और आयोग ने देर शाम पेपर लीक होने की पुष्टि भी कर दी। नतीजा ये हुआ कि वायरल प्रश्न पत्र सही पाया गया और रविवार को हुई इस परीक्षा को आयोग ने रद्द कर दिया। जिसके बाद पूरे मामले में विपक्ष ने सरकार को घेरने का प्रयास किया था।


बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रविवार को इस मामले में ट्वीट कर कहा था कि “बिहार के करोड़ों युवाओं और अभ्यर्थियों का जीवन बर्बाद करने वाले बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर अब ‘बिहार लोक पेपर लीक आयोग’ कर देना चाहिए।” इस ट्वीट के जरिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव खुद को छात्रों को साथ दिखलाना चाहते थे।

जिस पर पलटवार करते हुए आज हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के सुप्रीमों जीतन राम मांझी ने राजद पार्टी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि जिनके शासनकाल में BPSC सीएम हाउस की कठपुतली बन गई थी, रिज़ल्ट सेटिंग के कारण BPSC अध्यक्ष तक को जेल जाना पड़ा आज वही लोग सरकार के काम-काज पर सवाल उठा रहें हैं!

BPSC पेपर लीक मामले पर सरकार कारवाई कर रही है, युवाओं के भविष्य से खेलने वालों को बख़्शा नहीं जाएगा, चाहे कोई हो।