तेजस्वी यादव से आज आदित्य ठाकरे करेंगे मुलाकात,साथ शिवसेना सचिव और राज्यसभा सांसद रहेंगे मौजूद

आज का दिन बिहार के इतिहास के लिए खास रहने वाला है दो अलग विचारधार वाले राजनीति के धुरंधर लालू यादव और बाला साहेब ठाकरे का मिलन शायद ही इससे पहले नजर आया हो। पर आज तेजस्वी यादव और आदित्य ठाकरे एक साथ नजर आ रहे हैं। जानिए आदित्य ठाकरे के बिहार दौरे की पूरी खबर…..

विस्तार…….

उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे आज बिहार दौरे पर आ रहे हैं। उनकी मुलाकात आज लालू प्रसाद यादव के पुत्र सह बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से होगी। कहा जा रहा है कि वह विपक्षी एकता की मुहिम को मजबूत बनाने के लिए आदित्य ठाकरे बिहार दौरे पर आ रहे हैं। बिहार में आज दो बड़े राजनीतिक परिवार की कमान संभाल रहे दो युवा नेताओं की मुलाकात होने जा रही है।

अलग था राज्य विचारों में थे मतभेद…..

गौरतलब है कि दोनों नेताओं को राजनीति विरासत में मिली है जिसके बाद वह इसे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। आदित्य ठाकरे को बाला साहब ठाकरे की विरासत मिली है। उस बाला साहेब ठाकरे की जो प्रखर हिन्दूत्व की राजनीति करते थे। इस वजह से लालू प्रसाद और बाल ठाकरे राजनीति में हमेशा से एक दूसरे के विरोधी रहे हैं। लालू यादव और बाल ठाकरे शायद ही कभी सार्वजनिक रूप से नहीं मिले हों। आज से पहले लालू परिवार और ठाकरे परिवार के किसी सदस्यों में भी कभी मुलाकात नहीं हुई थी।

आज बदलेगा इतिहास…..


अब बदले सत्ता के समीकरण में दोनों पार्टी के नए नेताओं की पटना में मुलाकात हो रही है। आदित्य ठाकरे आज जब पटना पहुंचेंगे तब वह सबसे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात करेंगे। इस दौरान उनके साथ शिवसेना सचिव अनिल देसाई और शिवसेना की राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी भी रहेंगी। आदित्य ठाकरे पटना में करीब तीन घंटे रहेंगे और दोपहर की भोजन वह तेजस्वी यादव के साथ करेंगे।


अलग विचारों का होगा समावेश….

बाल ठाकरे की हिन्दूत्व वादी छवि थी, उनकी राजनीति एक खास समुदाय के खिलाफ रही है। इधर लालू प्रसाद सैक्यूलर राजनीतिके दावे करते रहे हैं। साथ ही बाल ठाकरे के समय में शिवसेना महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ मजबूत सहयोगी थी। इधर लालू प्रसाद बीजेपी विरोध की राजनीति करते थे। इसके साथ ही शिवसेना महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों के खिलाफ राजनीति करती थी। इस वजह से भी लालू यादव शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे कभी साथ नहीं थे। अब बदले राजनीतिक दौर में जब विचारधारा पीछे और नरेंद्र मोदी विरोध प्रमुख रह गया है तब शिवसेना महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ है और तेजस्वी यादव की पार्टी बिहार में जेडीयू के साथ।

समय के अनुसार विचारों को बदलने की जरूरत…??

इस के इतर शिवसेना और आरजेडी इस मुलाकात को दो युवा नेताओं की मुलाकात बता रही है। शिवसेना की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है पुरानी बातों को भूल कर नए स्तर पर राजनीति करनी चाहिए। आदित्य ठाकरे और तेजस्वी यादव अपने-अपने क्षेत्र के युवा नेता हैं। दोनों की सोच और काम करने का तरीका नया है। वहीं आरजेडी ने कहा है- देश में आगे की राजनीति कैसे हो। विपक्ष कैसे एकजूट हो दोनों इसपर चर्चा करेंगे। दोनों नेता एक उम्र के हैं इनकी सोच भी एक जैसी होगी।