2 दिनों के हड़ताल पर बैंक कर्मी, बैंको के निजीकरण का विरोध समेत जानिए क्या हैं प्रमुख मांगें ?

बैंकों का निजीकरण करने के साथ साथ अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर बैंककर्मी दो दिनों के हड़ताल पर हैं। इससे राज्‍यभर के बैंकों में ताला लटका है। करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है। झारखंड की करीब चार हजार बैंक शाखाओं में कामकाज पूरी तरह बंद रखा गया है।

अपनी मांगों के समर्थन में बैंककर्मी आगे मार्च में तीन दिन और फिर अप्रैल में बेमियादी हड़ताल करेंगे। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस की ओर से बुलाई गई यह हड़ताल दोदिवसीय है, जो शुक्रवार और शनिवार को प्रभावी रहेगी। सभी सार्वजनिक बैंकों की शाखाएं आज पूरी तरह बंद हैं। यहां बैंककर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की।

अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल

बैंकों में पदस्थापित कर्मचारी और अधिकारी अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे हुए है।कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन का आगाज कर दिया है और अगर सरकार इनकी मांग नही मानती है तो आगामी मार्च को 11 से 13 तक हड़ताल रहेगा और फिर अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे