पीएम मोदी के साथ VC में बोले सीएम नीतीश, डोर टू डोर स्क्रीनिंग करवा रहे, कोटा में फंसे छात्रों पर भी…

कोरोना वायरस और लॉकडाउन पर आयोजित प्रधानमंत्री की वीडियो कंफ्रेसिंग में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शामिल होते हुए कई अहम मुद्दों पर चर्चा की।

पल्स पोलियो अभियान के तहत डोर टू डोर स्क्रीनिंग

पीएम के साथ वीसी में सीएम ने कहा कि राज्य में कोरोना के खिलाफ जंग को मजबूत करने की दिशा में पल्स पोलियो की तर्ज पर डोर टू डोर स्क्रीनिंग की जा रही है । अब तक 75 लाख परिवारों के 4 करोड़ से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। हमलोगों ने पूरे बिहार में एक-एक घर की जांच का निर्णय लिया है। वर्ष 2006 में परू राज्य में पल्स-पोलियो अभियान चलाया गया था, जिससे राज्य से पोलियो का उन्मूलन हुआ था।

कोटा में फंसे छात्रों पर चर्चा

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान के कोटा में कोचिंग सस्ंथान में बिहार के छात्र भी बडी़ संख्या में पढ़ते हैं। कुछ राज्य अपने छात्रों को वहां से वापस बुलाए हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से कोटा के छात्रों के संबंध में कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। उन्होनें कहा कि केद्रं सरकार के गाइड लाइन के अनुरुप हमलोग लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। जब तक नियमो में संषोधन नहीं होगा तब तक किसी को भी वापस बुलाना संभव नहीं है। केन्द्र सरकार इसके लिये आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करे। कोटा ही नहीं देश के अन्य हिस्सों में भी बिहार छात्र/छात्रायें पढ़ते हैं।

राज्य के बाहर फंसे मजदूरों को मिल रहे 1000 रूपये

हमलोगों ने राज्य के बाहर फंसे बिहार के मजदूरो एवं ज़रूरतमंद  व्यक्तियो के लिए सहायता राशि के रुप में मुख्यमंत्री विशेष सहायता अंतर्गत 1,000 रुपये देने का निर्णय किया था। इस संबंध में अब तक 25 लाख आवदेन आ चुके हैं, जिनमें से 15 लाख लोगों के खाते में 1000 रुपए की राशि अंतरित की जा चुकी है।

लॉकडाउन के कारण न सिर्फ कोरोना संक्रमण बल्कि अन्य बीमारियों को भी रोकने में मदद मिली है। लोगो ंको राहत दिलाने के लिए हमसब हमेशा तत्पर रहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों से हमेशा अपील करते हैं कि लोग सरकार के निर्देशों का पालन करें। कोरोना से भयभीत न होने  सजग रहें सचेतरहें तभी हमसब सुरक्षित रहेगें।