बिहार में प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी जारी, एक बेड का लिया 50 हजार, कोविड-19 की सूची में नहीं है नाम फिर भी कर रहे उपचार

पटना जिला प्रशासन ने रविवार को पटना के तीन निजी अस्पतालों में छापेमारी की गई। जिला प्रशासन ने बताया कि निजी अस्पतालों के विरुद्ध कुल 4 शिकायतें आई जिसमें से 3 मामलों की जांच की गई। हनुमान नगर स्थित बुद्धा हॉस्पिटल पर एक मरीज से एक बेड के लिए 50 हजार लेने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इधर बाइपास के दो निजी अस्पतालों को प्रशासन ने नोटिस जारी कर पूछा है कि कोविड-19 की सूची में जब उनका नाम नहीं है, तो कैसे उपचार कर रहे थे।

डीएम को शिकायत मिली थी कि हनुमान नगर स्थित बुद्धा हॉस्पिटल में एक मरीज को उपचार के लिए 50 हजार लिया गया है। ऐसा कई मरीजों के साथ इस अस्पताल ने किया है। डीएम ने कोविड-19 के नोडल अधिकारी प्रवीण कुंदन को मजिस्ट्रेट के साथ अस्पताल में छापेमारी करने को कहा।

छापामारी दल का नेतृत्व कर रहे प्रवीण कुंदन ने बताया कि जिस मरीज ने 50 हजार लेने की शिकायत की थी, उसने अस्पताल द्वारा दी गई कच्ची रसीद भी दिखाई है। इस मामले में अस्पताल के संचालक पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि बाइपास स्थित दो अन्य अस्पतालों की भी जांच की गई, जिसमें पाया गया कि बगैर सूचीबद्ध होने के बावजूद यहां पर कोविड-19 के मरीजों का उपचार किया जा रहा था तथा उनसे मनमाने तरीके से पैसे की वसूली की जा रही थी।

जिला प्रशासन ने बताया कि अभी तक कुल 6 शिकायतें प्राप्त हुई हैं जबकि धावा दल द्वारा स्वत: संग्यान लेकर/ प्राप्त शिकायत के आलोक में अब तक 9 मामलों की जांच की गई हैं। इसमें से 2 मामलों में नोटिस की गई है तथा एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।

तीन एंबुलेंस वालों ने लिया ज्यादा किराया, एक पर प्राथमिकी दर्ज

निजी एंबुलेंस संचालक द्वारा निर्धारित दर से अधिक राशि वसूलने के संबंध में जांच एवं कार्रवाई की प्रक्रिया लगातार जारी है। प्रशासन ने बताया कि रविवार को दूरभाष नंबर अथवा व्हाट्सएप नंबर पर कोई शिकायतें प्राप्त नहीं हुई हैं तथापि आज दो मामले की जांच की गई है। वहीं निजी एंबुलेंस द्वारा निर्धारित दर से अधिक राशि वसूलने के मामले में 3 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। जबकि धावा दल द्वारा कुल 17 मामलों की जांच की गई है जिसमें से 3 मामलों की शिकायतें प्राप्त हुई थी तथा 14 मामलों में स्वत: संज्ञान लेकर जांच की गई हैं। निजी एंबुलेंस के मामले में अब तक एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। गौरतलब है कि जिलाधिकारी ने धावा दल में शामिल प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को सक्रिय एवं तत्पर होकर मामले की गंभीरता से जांच कर नियमानुसार कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।