पटना जिले में बाढ़ की स्थिति विकराल: दनियावां में कठौतिया नदी का तटबंध टूटा, जमींदारी बांध में आई दरार, सैकड़ों बीघे में धान की फसल डूबी

पटना जिले में बाढ़ की स्थिति विकराल हो गई है। गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। बुधवार को पटना सिटी के भद्र घाट से लेकर महावीर घाट के बीच पाथवे पर पानी चढ़ गया है। इस कारण मार्ग में आवागमन प्रभावित हो रहा है। पटना सिटी के एसडीओ मुकेश रंजन का कहना है कि थानाध्यक्ष को गंगा तट पर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। बांधों के कटाव को रोकने के लिए प्रशासन के स्तर पर इंतजाम किए गए हैं। कई स्थानों पर बांधों के टूटने के बाद पानी को रोकने का कार्य बालू के बोरे को डालकर किया गया है।

दनियावां-बिहारशरीफ एनएच30 ए पर तीसरे दिन भी वाहनों का परिचालन रहा बंद

दनियावां-बिहारशरीफ एनएच 30ए पर मंगलवार को तीसरे दिन भी छोटी-बड़ी गाड़ियों का परिचालन पूरी तरह बंद रहा। बुधवार को भी प्रखंड क्षेत्र से होकर गुजरने वाली कठाैतिया, लोकाईन, महतमाईन एवं भुतही नदियाें के जलस्तर में भी वृद्धि होती रही। इससे प्रखंड क्षेत्र के निचले हिस्सों में बांध पर पानी का दबाव बढ़ता ही जा रहा है। मालूम हो कि शाहजहांपुर के नबीचक खंदा और मसनदपुर के अहरा खंदा का अलंग कट जाने से सैकड़ों बीघे में लगी धान की फसल डूब गई। साथ ही शिवचक के पास कठौतिया नदी का तटबंध टूट जाने से दनियावां के शिवचक खंदा में लगभग सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गई।

वहीं प्रखंड की खरभैया पंचायत कुछ इलाके शाहजहांपुर, बांकीपुर मछरियावां के खंदा में बाढ़ का पानी दिन भर फैलता रहा। उधर, प्रखंड की सलालपुर पंचायत में एनएच 30 ए के समीप से शंकर स्थान के पास से नीमी सलालपुर जानेवाले 5 किलोमीटर लंबे जमीदारी बांध की मरम्मत एक माह पूर्व विभागीय अधिकारियों के निर्देश पर कराया गया था, लेकिन जमींदारी बांध पर बाढ़ के पानी का दवाब बढ़ने के कारण पिछले तीन-चार दिनों से

जमींदारी बांध में दरार साफ दिखाई पड़ रही है तथा मिट्टी का कटाव होना शुरू हो गया है, जिससे जमींदारी बांध का टूटने का खतरा मंडराने लगा है। ग्रामीण किसानों का आरोप​​​​​​है कि उनलोगों ने जमींदारी बांध में पड़ रही दरार की सूचना तीन दिन पूर्व ही जल संसाधन विभाग के साथ-साथ सिंचाई विभाग के पदाधिकारियों को दी गई है बावजूद इसकी सुधि नहीं ली जा रही है।

फतुहा की तीन और पंचायतें जलमग्न

बरसाती नदियों के उफान ने मासाढ़ी, मोमिंदपुर, गोरी पुंदाह, मोहिउद्दीनपुर पंचायत के गांवों को डुबा दिया है तथा फोरलेन के सटे इलाकों के खेतों को पानी-पानी कर दिया है, अब वहीं कररुआ, भुतही व दरधा नदी में तटबंध टूटने के बाद बने खाड़ से जैतिया, उसफा और बाली पंचायत के गांव जलमग्न हाे गए हैं। कररूआ नदी में बने खाड़ ने तेजी से मंगलवार की रात बाली पंचायत के लसगरीचक, परसा, सोतीचक, पंचरुखिया गांव के हजारों बीघा खेत पानी में डूब गए हैं। दरधा नदी में बने खाड़ ने उसफा पंचायत के दरियापुर, सुडीहा गांव को पानी-पानी कर दिया है।