
पटना में CBI ने छापेमारी करते हुए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के क्षेत्रिय पदाधिकारी को पांच लाख रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने शुक्रवार को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के पटना स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में छापा मारकर क्षेत्रीय पदाधिकारी सह सीजीएम सदरे आलम को पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है।
इसी मामले में एनएचएआइ के पटना स्थित उप महाप्रबंधक (डीजीएम) प्रभांशु शेखर और एक निजी कंपनी के दो कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया गया है। जांच एजेंसी ने पटना के आठ अलग-अलग ठिकानों पर भी छापे मारे जिसमें 76 लाख रुपये नकद और 80 लाख रुपये से ज्यादा कीमत की ज्वैलरी बरामद की गयी। इसके अलावा बड़ी संख्या में प्रोपर्टी के कागजात भी बरामद किये गये हैं।
एनएचएआइ के सीजीएम सदरे आलम को नासिक स्थित एक निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी आकाश बिल्डकॉन के दो कर्मचारियों के साथ सीबीआइ ने बोरिंग रोड स्थित दफ्तर में घूस लेते पकड़ा है। घूस दे रहे कर्मचारी भी गिरफ्तार कर लिये गये। बताया जाता है कि पांच लाख रुपये की रिश्वत बढ़े हुए बिल को पास कराने और मापी पुस्तिका में हेरफेर आदि के लिए ली जा रही थी। सीबीआइ ने एनएचएआइ के क्षेत्रीय कार्यालय (पटना) के सीजीएम सदरे आलम, डीजीएम प्रभांशु शेखर और अशोक बिल्डकॉन के मुख्य प्रबंधक एस राजभर, कर्मचारी अमित कुमार गुप्ता, मुकुल कुमार और जीतेंद्र कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक मामला दर्ज किया था। एजेंसी देर शाम तक एनएचएआइ के बोरिंग रोड स्थित कार्यालय पर कार्रवाई करती रही। उत्तरप्रदेश के निवासी सदरे आलम पहले रांची में पदस्थापित थे। अब सीबीआई उनकी संपत्ति को खंगालने में लगी हुई है। साथ ही, इस छापेमारी में कुछ अहम दस्तावेज मिलने की बात भी सामने आ रही है। इसकी जांच की जा रही है।
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