पटना के कंकड़बाग में खुला इन्दिरा आईवीएफ का सेंटर, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया उद्घाटन, 29 फरवरी तक चलाया जाएगा मुफ्त परामर्श शिविर

 

पटना के कंकड़बाग में इन्दिरा आईवीएफ का नया सेंटर का उद्घाटन किया गया. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कंकड़बाग स्थित डॉक्टर कॉलोनी में इन्दिरा आईवीएफ सेंटर का उद्घाटन करते हुए कहा कि निःसंतानता के क्षेत्र में इंदिरा आईवीएफ ने बिहार समेत पूरे देश भर में सराहनीय कार्य कर रहा है. इसके साथ ही उन्होंने निसंतानता के क्षेत्र में इन्दिरा आईवीएफ के जन जागरूकता लाने के प्रयासों की भुरी-भुरी प्रशंसा की. इस मौके पर पटना के सिविल सर्जन राज किशोर चतुर्वेदी के साथ डॉक्टर शशांक शेखर, डॉक्टर ज्ञानेंद्र कुमार भी मौजूद रहे.

रियायती दरों पर निःसंतान दंपतियों का ईलाज

इन्दिरा आईवीएफ ग्रुप के चेयरमैन डॉ. अजय मुर्डिया ने बधाई देते हुए कहा कि कंकड़बाग में निःसंतान दंपतियों के ईलाज के लिए आधुनिक केन्द्रों का अभाव है. जिसके कारण दम्पतियों को दूसरे शहरों की ओर रूख करना पड़ता है. अब इस इलाके में हमारे सेंटर खुलने से लोगों को काफी सुविधाएं मिलेगी. उन्होंने कहा कि बिहार में पटना, बेगूसराय, मोतिहारी, भागलपुर और मुजफ्फरपुर के बाद यह ग्रुप का छठां सेंटर है और देश का 86वां सेंटर है. यहां रियायती दरों पर निःसंतान दंपतियों का ईलाज किया जायेगा.

लाइफ स्टाईल ने बांझपन को दिया आमन्त्रण

वहीं इंदिरा आईवीएफ बिहार के प्रमुख भू्रण विषेषज्ञ डॉ. दयानिधि कुमार ने बताया कि हमारी लाइफ स्टाईल ने बांझपन को आमन्त्रण दिया है खासकर धूम्रपान, खराब खानपान, तनाव ने पुरूषों की फर्टिलिटी को प्रभावित किया है. गर्भधारण के लिए पुरूषों की शुक्राणुओं की संख्या, गतिशीलता और बनावट अच्छी होना आवश्यक है यदि इन सब में कमी हो तो प्राकृतिक गर्भधारण में समस्या आती है ऐसे में आईवीएफ तकनीक से गर्भधारण करवाया जा सकता है.

80 लाख दंपत्ति हो चुके लाभान्वित

वहीं कंकड़बाग सेंटर की आईवीफ स्पेशलिस्ट डॉ. अनुपम कुमारी ने कहा की बांझपन के लिए पुरूष और महिला दोनों भागीदार हो सकते हैं इसलिए निःसंतानता के ईलाज के लिए दोनों को आगे बढ़ना चाहिए. उन्होने बताया की आईवीएफ तकनीक के जरिये पूरे विश्व में 80 लाख दंपत्ति लाभान्वित हो चुके हैं. सेंटर शुभारंभ के अवसर पर 18 से 29 फरवरी 2020 तक निःशुल्क निःसंतानता परामर्श शिविर रखा गया है जिसमें निःसंतान दंपती विशेषज्ञों से निःशुल्क परामर्श प्राप्त कर पाएंगे.