पटना सिटी में फैक्ट्री के जहरीले पानी से मरी तालाब की मछलियां, मछली पालकों को हुआ लाखों का नुकसान, सरकारी अधिकारियों से नहीं मिला कोई आश्वासन

पटना सिटी में फैक्ट्री और नाले की जहरीले पानी से मछली पालक और स्थानीय लोग काफी परेशान है. करीब 9 बीघे के तालाब में फैक्ट्री और नाले की पानी गिरने से तालाब का पानी जहरीला हो गया है और एक एक कर मछलियां मर रही है. मछली पालक किसान इसी तालाब में मछली पालन करते है लेकिन इस घटना से वे काफी आहत हैं. क्योंकि उनकी जीविका का एक मात्र साधन मछली पालन है.

इसके पहले भी करीब 35 लाख रुपए हुआ था नुकसान


मछली पालक किसान राहुल बताते है कि करीब चार महीने पहले कलकत्ता से मछली का बीज मंगाया था और उसे तालाब में छोड़ा था जो अब जाकर मछलियां बड़ी हो गयी थी और बाज़ारों में ले जाने लायक हो गयी थी लेकिन उससे पहले ही जहरीली पानी की वजह से तालाब की अधिकतर मछलिया मर गयी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वार्ड नम्बर 71 और 72 के बाजार समिति और गुरु बाग की ओर से पानी जाने के लिए एक नया रास्ता खोला गया है जो कि हमारे तालाब में आकर मिलता है जो कि कई फैक्ट्रियों के जहरीले पानी भी होता है उसी से अधिकतर मछलियां मर रही है।

इस बार करीब 15 लाख रुपए के नुकसान होने का अनुमान

राहुल ने बताया कि करीब चार साल पहले एक फैक्ट्री के जहरीले पानी के बजह से ही तालाब की सारी मछलिया मर गयी थी जिसमे करीब 35 लाख रुपए का नुकसान हुआ था, वही इस बार करीब 15 लाख रुपए के नुकसान होने का अनुमान है. उन्होंने कहा कि इस मामले की शिकायत कई पदाधिकारियों से की गई लेकिन उसका कोई फायदा अभी तक नही हुआ है जिससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है.