भारत को चाबहार-जाहिदान रेलवे परियोजना से बाहर किए जाने के बाद ईरान से अब एक और करारा झटका लगने की खबर है। ईरान ने गैस फील्ड फारजाद-बी ब्लॉक के डिवेलपमेंट पर अकेले ही आगे बढ़ने का फैसला लिया है। पहले इस प्रोजेक्ट में भारत की गैस कंपनी ओएनजीसी भी शामिल थी, लेकिन अब ईरान ने कहा कि वह इस प्रोजेक्ट को अकेले ही पूरा करेगा। विदेश मंत्रालय की ओर से भी ईरान के इस कदम की पुष्टि की गई है। बता दें कि भारत साल 2009 से ही गैस फील्ड का कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए कोशिशें कर रहा था। फरजाद-बी ब्लॉक में 21.6 ट्रिलियन क्यूबिक फीट का गैस भंडार है।
‘भारत इस परियोजना में बाद में शामिल हो सकता है’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने गुरुवार को बताया कि ईरान ने भारत को सूचित किया है कि वह फिलहाल गैस फील्ड को अकेले ही विकसित करने जा रहा है. ईरान ने कहा है कि भारत इस परियोजना में बाद में शामिल हो सकता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “फरजाद-बी गैस फील्ड समझौते को लेकर भी कई खबरें चल रही हैं. इसमें एक्सप्लोरेशन स्टेज में भारत की ओएनजीसी कंपनी भी शामिल थी. हालांकि, ईरान की तरफ से नीतिगत बदलाव के चलते द्विपक्षीय सहयोग पर असर पड़ा है. जनवरी 2020 में हमें बताया गया था कि भविष्य में ईरान अपने आप इस गैसफील्ड का विकास करेगा और वह बाद के चरण में भारत की मौजूदगी चाहता है. इस मामले पर चर्चा जारी है.“ अमेरिका ने ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते को खत्म करते हुए उस पर तमाम तरह के प्रतिबंध लागू कर दिए थे जिसका असर ईरान में भारत की परियोजनाओं पर भी पड़ा.
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