कंगना विवाद के बीच उद्धव ठाकरे का पूरा संबोधन कोरोना पर रहा केंद्रित, कहा- ‘चुप्पी को मेरी कमजोरी न समझें’, राज्य को बदनाम करने का षड्यंत्र

महाराष्ट्र सरकार और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रणौत के बीच चल रहे विवाद के समय में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मीडिया के सामने आए। हालांकि, उन्होंने कंगना विवाद पर अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी। सीएम ने कहा कि वह चुप जरूर हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उनके पास जवाब नहीं है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।

महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश

शिवसेना चीफ ने कहा – उनकी खामोशी को कमजोरी न समझें. दरअसल कोरोना और कंगना रनौत मामले को लेकर महाराष्ट्र सरकार की जमकर आलोचना हो रही है. उसी का जवाब देते हुए उद्धव ठाकरे ने ये बात कही. उद्धव ने कहा, कुछ लोगों को लग सकता है कि अब कोरोना खत्म हो गया है और उन्हें अपनी राजनीति फिर से शुरू करनी चाहिए. मैं राजनीति की बात नहीं करूंगा, लेकिन महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश है. मेरी चुप्पी का मतलब यह नहीं है कि मेरे पास जवाब नहीं है.

राजनीतिक तूफान का सामना करूंगा

उन्होंने आगे कहा, राज्य को बदनाम करने का षड्यंत्र चल रहा है, उनकी सरकार कोविड-19 के हालात से निपटने के लिए प्रभावी तरीके से काम कर रही है.  उद्धव ठाकरे ने टेलीविजन पर जनता को संबोधित करते हुए कहा, जो भी राजनीतिक तूफान आएगा, मैं उसका सामना करूंगा…मैं कोरोना वायरस से भी मुकाबला करूंगा.