पंजाब की रोपड़ जेल में बंद मुख्तार अंसारी का बी वारंट पुलिस ने तैयार कर लिया है। साथ हीं उसके दोनों बेटों पर भी कानून ने शिकंजा कस दिया है। पुलिस ने उसके दोनों बेटे उमर और अब्बास पर 25-25 हजार रूपये का इनाम भी घोषित कर दिया है।
क्या है पूरा मामला ?
पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने बताया कि मुख्तार का वारंट और उसके दोनों बेटों पर इनाम की कार्रवाई हजरतगंज के डालीबाग में सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण कराने के मुकदमे में की गई है।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि मुख्तार और उसके बड़े बेटे अब्बास व छोटे बेटे उमर के खिलाफ हजरतगंज की डालीबाग कॉलोनी में निष्क्रांत जमीन पर कब्जा करके दो टॉवर का निर्माण कराने की एफआईआर दर्ज है। दोनों टॉवर एलडीए के दस्ते ने 27 अगस्त को ढहा दिए थे। इस मामले में जियामऊ के लेखपाल सुरजन लाल ने मुख्तार अंसारी और उनके बेटे उमर व अब्बास के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में जालसाजी, साजिश रचने, जमीन पर अवैध कब्जा करने के आरोप में केस दर्ज कराया था। सुरजन लाल का आरोप था कि जिस जमीन पर मुख्तार के बेटों ने टॉवर बनवाए थे, वह मो. वसीम की थी।
वसीम 1952 में पाकिस्तान चले गए तो संपत्ति निष्क्रांत के रूप में दर्ज हो गई। उक्त जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर मुख्तार के बेटों ने वहां कब्जा करके दो टॉवर का निर्माण करा लिया था। जमीन पर एक मस्जिद भी बना ली थी।
अब्बास अंसारी नेशनल शूटर है और उसके खिलाफ 12 अक्तूबर 2019 को महानगर कोतवाली में शस्त्र लाइसेंस के मामले में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई गई थी। उक्त मामले की जांच एसटीएफ ने की थी। एफआईआर होने के बाद लखनऊ पुलिस की एक टीम ने दिल्ली के बसंतकुंज स्थित अब्बास के किराये के मकान की तलाशी ली थी जहां इटली से ऑस्ट्रिया तक के असलहे मिले थे। अब्बास पर आरोप है कि उसने डीएम की अनुमति के बगैर अपना शस्त्र लाइसेंस दिल्ली के पते पर ट्रांसफर करा लिया और वहां पांच असलहे और खरीदे थे।
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