पटना में छठव्रतियों को टैंकर से गंगाजल पहुंचाएगा नगर निगम, कोरोना काल में घाट पर भी होगा ये इंतजाम

छठ महापर्व पर गंगा घाटों के किनारे अधिक भीड़ न हो और ज्यादातर लोग अपने-अपने घरों में ही छठ की पूजा करें, इसे लेकर जिला प्रशासन ने एक नई पहल शुरुआत की है। रविवार को प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल और डीएम कुमार रवि ने छठ पूजा समितियों, वार्ड पार्षद एवं संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्णय लिया कि प्रत्येक मोहल्ले में नगर निगम के माध्यम से गंगाजल को पहुंचाया जाएगा ताकि लोग गंगा का पानी लेने के लिए घाटों की ओर न जाएं। बैठक के बाद छठ पूजा को लेकर निर्देश जारी किए गए. जिसमें कहा गया है कि पटना के घाटों पर तैयारी की जाए , व्रतियों को सुविधा अनुसार घर पर छठ करने के सम्बंध में प्रेरित किया जाए. यह भी अवगत कराया जाए कि नगर निगम के माध्यम से घर तक शुद्ध गंगा जल आपूर्ति की जाएगी.

लोगों को गंगाजल की दिक्कत न हो

आयुक्त ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे आकलन कर लें कि गंगा जल पहुंचाने के लिए कितने टैंकरों की जरूरत होगी। किस इलाके में अधिक और किस इलाके में कम टैंकर की आवश्यकता है। उसके अनुसार एक कार्य योजना बनाएं ताकि लोगों को गंगाजल की दिक्कत न हो।

समय पर शहर की सफाई होनी चाहिए

इधर, डीएम ने कहा कि छठ पूजा को देखते हुए समय पर शहर की सफाई होनी चाहिए ताकि व्रत करने वालों को परेशानी न हो। यदि इस दौरान किसी मोहल्ले में गंदगी दिखती है तो स्थानीय लोग वार्ड पार्षद या नगर निगम के कार्यालय में इसकी सूचना दे सकते हैं ताकि उसकी समय पर सफाई कराई जा सके। गंगा घाट के अलावा जो तालाब हैं, वहां भी लोगों से कहा गया है कि छठ करने के लिए अधिक संख्या में नहीं जाएं।

छठ पूजा समितियों ने प्रशासन को सुझाव दिया है कि गंगा नदी में जो बड़े घाट हैं वहीं पर छठ के आयोजन करने की अनुमति दी जाए। जो छोटे घाट हैं उसे बंद कर दिया जाय। प्रशासन ने पूजा समितियों के इस सुझाव को अपने पास सुरक्षित रख लिया है तथा एक-दो दिनों में इसपर निर्णय लिया जाएगा।