बिहार से कश्मीर के आतंकियों तक कैसे पहुंचा पिस्टल? बिहार के साथ जम्मू-कश्मीर एटीएस संयुक्त रूप से कार्रवाई में जुटी

बिहार से आतंकियों तक हथियार पहुंचने के डीजीपी दिलबाग सिंह के खुलासे के बाद शुरू हुए ऑपरेशन के दौरान कई अहम जानकारी सामने आई है। कश्मीर के आतंकियों तक बिहार से पहुंची पिस्टल बस के जरिए चंडीगढ़ ले जाई गई थी। पिस्टल को कुछ दिनों तक वहीं रखने के बाद बाद में उसे जम्मू-कश्मीर पहुंचाया गया। साथही एटीएस ने जावेद नाम के उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने पिस्टल मुहैया कराई थी।

मिडिया खबर के अनुसार मढ़ौरा के देव बहुआरा का रहनेवाला मुश्ताक चंडीगढ़ में पढ़ाई करता है। जिस हॉस्टल में वह रहता है वहीं कश्मीर के कई छात्र भी रहते हैं। उनसे उसकी दोस्ती हो गई। कश्मीरी छात्रों को जब पता चला कि मुश्ताक के भाई जावेद के पास हथियार है तो उन्होंने उससे संपर्क किया। बातचीत का सिलसिला मुश्ताक के जरिए वह जावेद से हुआ। इसके बाद जावेद से हथियार की मांग की। जावेद ने उन्हें पिस्टल देने के लिए हामी भर दी। बात पक्की होने पर पिस्टल लेने कुछ कश्मीरी उसके पास मढ़ौरा पहुंचे। बताया जाता है कि यह घटना दिसम्बर के आसपास की है।

जावेद के पास पिस्टल कहां से आई

जावेद के जरिए पिस्टल कश्मीरी छात्रों तक पहुंची और वहां से आतंकियों के हाथ। पर जावेद के पास पिस्टल कहां से आए इसे सुलझाने में जांच एजेंसियां लगी हैं। इसको लेकर तरह-तरह की बात सामने आ रही है। क्या वह किसी हथियार सप्लायर के संपर्क में था या फिर वह किसी गिरोह के जरिए उसतक हथियार पहुंचा इस बाबत जांच-पड़ताल की जा रही  है। गौरतलब है कि जांच एजेंसियां अभी तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है। हथियार किसने दिए इसका पता लगाने के लिए जावेद से पूछताछ की जा रही है। जावेद उसके भाई मुश्ताक और आतंकियों तक हथियार पहुंचानेवाले कश्मीरी छात्रों से पूछताछ के बाद इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं। बिहार के साथ जम्मू-कश्मीर एटीएस संयुक्त रूप से कार्रवाई में जुटी है।

आतंकियों को हथियार सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार जावेद को जम्मू-कश्मीर पुलिस अपने साथ ले जाएगी। जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम पटना पहुंच रही है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जावेद को न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर जम्मू-कश्मीर पुलिस को सौंप दिया जाएगा। वहां दर्ज मामले में उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

बिहार पुलिस जावेद पर कसेगी शिकंजा 

भले ही जावेद को जम्मू-कश्मीर पुलिस के हवाले किया जा रहा है पर उसके खिलाफ बिहार पुलिस की जांच जारी रहेगी। जावेद के खिलाफ बिहार में किसी भी आपराधिक मामले संलिप्त होने के साक्ष्य मिलते हैं तो यहां भी उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। माना जा रहा है कि हथियार की खरीद-फरोख्त को लेकर साक्ष्य मिलने के बाद बिहार पुलिस उसपर शिकंजा कसेगी।

कौन है मुश्ताक 

सारण के मढ़ौरा थाना अंतर्गत देवबहुआरा निवासी रिटायर्ड शिक्षक महफूज आलम के बड़े बेटे जावेद के पकड़े जाने के करीब पांच दिन पहले ही मुश्ताक आलम गिरफ्त में आ गया था। उसकी गिरफ्तारी चंडीगढ़ के मोहाली से हुई थी। बताया जाता है कि उसी की निशानदेही पर मढ़ौरा से जावेद की गिरफ्तारी हुई है।

सीवान से है कोई लिंक

गिरफ्त में आए जावेद के लिंक सीवान के आपराधिक गिरोह से जुड़े हो सकते हैं। माना जा रहा है कि हथियार उसतक सीवान से ही पहुंचा है। हालांकि जांच अभी जारी है फिलहाल अधिकारी इस बाबत कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है। जांच के बाद ही यह पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा कि जावेद को पिस्टल कहां से और कितनी कीमत में मिली। जिस शख्स से पिस्टल उस तक पहुंची उसपर भी कार्रवाई तय मानी जा रही है।