कृषि बिल के खिलाफ किसानों का हल्लाबोल, पुलिस से भिड़ंत, ग्रीन लाइन पर 6 मेट्रो स्टेशन के गेट बंद

देश में कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन उग्र होते जा रहा है. किसान दिल्ली जाने की जिद में अड़े हुए हैं और दिल्ली प्रशासन उन्हें रोकने की जिद में अड़ा हुआ है. आज भी किसान दिल्ली बॉर्डर पर जमें हुए हैं, टिकारी बॉर्डर पर भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया है साथ ही आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं.  किसानों के आंदोलन कारण मेट्रो सेवाएं प्रभावित हुई हैं. साथ ही आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों को दिल्ली आने से रोकने के लिए सोनीपत-पानीपत हलदाना बॉर्डर को पूरी तरह सील कर दिया गया है. पुलिस ने पत्थर और मिट्टी डालकर बैरिकेटिंग लगा रखी है.

दिल्ली जाने के लिए सिंधु बॉर्डर पर जमा हुए किसान

सिंघु बॉर्डर पर किसानों के आगे बढ़ने के बाद दिल्ली पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले दागे। ऐसे में पहले से पानी की बाल्टियों के साथ तैयार किसानों ने आंसू गैस के गोले उठाकर पानी में डालकर डिफ्यूज करने की कोशिश कर रहे हैं।दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार सुबह सिंधु बॉर्डर पर कुछ किसानों से बात की है. पुलिस ने किसानों को वापस जाने की अपील की और कोरोना नियमों का पालन करने को कहा. हालांकि, किसान दिल्ली जाने पर अड़ गए हैं और पुलिस की बात नहीं मान रहे हैं. किसानों का कहना है कि हम दिल्ली जाकर रहेंगे चाहे कुछ भी हो जाए. सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है और हम दिल्ली के रामलीला मैदान में ही जाकर रुकेंगे.

प्रदर्शन के कारण कई मेट्रो स्टेशन के गेट्स को बंद

किसानों के प्रदर्शन के कारण कई मेट्रो स्टेशन के गेट्स को बंद कर दिया गया है. ग्रीन लाइन पर ब्रिगेडियर होशियार सिंह, बहादुरगढ़ सिटी, श्रीराम शर्मा, टिकरी बॉर्डर, टिकरी कलां, घेवरा स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट को बंद कर दिया गया है.