बिहार में जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी, अस्पताल की ओपीडी बाधित, मरीजों की बढ़ी परेशानी

बिहार के विभिन्न मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों के स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी है. इसके कारण पीएमसीएच समेत सभी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों में इलाज बाधित हुआ. जूनियर डॉक्टर्स सरकार से स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण बिहार में स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह से प्रभावित हुई है. सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में मरीज परेशान हैं और पीएमसीएच समेत राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में ऑपरेशन टालने पड़े हैं

जूनियर डॉक्टर्स के साथ हुई पहले दौर की बातचीत बेनतीजा

सूबे के जूनियर डॉक्टर्स के साथ हुई पहले दौर की बातचीत बेनतीजा रही है. दरअसल साल 2017 में सरकार की तरफ से यह आदेश जारी किया गया था कि हर 3 साल पर जूनियर डॉक्टरों और इंटर के स्टाइपेंड में इंक्रीमेंट किया जाएगा, लेकिन जूनियर डॉक्टरों की स्टाइपेंड में वृद्धि नहीं की गई. अब जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक वह हड़ताल पर रहेंगे. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन का कहना है कि कोरोना के मरीजों के इलाज में जिनकी ड्यूटी लगी है, वह काम कर रहे हैं.

सीनियर डॉक्टरों ने संभाला मोर्चा

प्रदेश में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है. वहीं सीनियर डॉक्टरों ने मरीजों के इलाज के लिए मोर्चा तो संभाला है. लेकिन ओपीडी में मरीजों और उनके परिजनों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. पीएमसीएच में हड़ताल की वजह से लगभग 20 ऑपरेशन टालने पड़े हैं.