पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार के पूर्व राज्यपाल बूटा सिंह का निधन, दिल्ली के एम्स में ली अंतिम सांस

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बूटा सिंह और बिहार के पूर्व राज्यपाल बूटा सिंह का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को निधन हो गया. वह 86 साल के थे. वह लंबे समय बीमार चल रहे थे

बूटा सिंह को 26 अक्टूबर को  ब्रेन हैमरेज हुआ था

86 साल के सरकार बूटा सिंह को 26 अक्टूबर को  ब्रेन हैमरेज हुआ था. जिसके बाद उनको दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था. यही पर उनका इलाज चल रहा था. जिसके बाद आज उनका निधन हो गया है.

राजीव गांधी के काफी करीबी नेता थे बूटा सिंह

बूटा सिंह राजीव गांधी के काफी करीबी नेता थे. बूटा सिंह राजीव गांधी सरकार में गृह मंत्री भी रहे थे. बूटा सिंह को पंजाब के बड़े दलित नेता के रूप में जाना जाता था. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता 1967 से लगातार पंजाब के रोपड़ चुनाव लड़ते आ रहे थे. 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार और 84 के सिख विरोधी दंगे थे तो पंजाब में चुनाव के हालात नहीं थे. जिसके बाद राजीव गांधी ने बूटा सिंह को पंजाब से राजस्थान भेज दिया था.

 21 मार्च, 1934 को पंजाब के जालंधर में हुआ था बूटा सिंह का जन्म

बूटा सिंह का जन्म 21 मार्च, 1934 को पंजाब के जालंधर जिले के मुस्तफापुर गांव में हुआ था. 86 साल के बूटा सिंह के दो बेटे और एक बेटी हैं. सरदार बूटा सिंह 8 बार लोकसभा के लिए चुने गए. उन्हें नेहरू-गांधी परिवार का काफी करीबी माना जाता था.