गाजीपुर बॉर्डर किले में तब्दील, पुलिस ने की कई लेयर की बैरिकेडिंग, नुकीले तार भी लगाए लगाए, NH-24 बंद

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की धरना जारी है। दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद पंचायतों का दौर जारी है। वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का हुजूम उमड़ गया है। दिल्ली पुलिस ने भी बॉर्डर पर सख्ती बढ़ी दी है। गाजीपुर बॉर्डर को किले में तब्दील किया गया है। गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने कई लेयर की बैरिकेडिंग की है। इसके साथ ही नुकीले तार भी लगाए हैं। नेशनल हाईवे 24 को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।

राकेश टिकैत की वीडियो वायरल होने के बाद उमड़ा हुजूम

लाल किले पर हुई घटना के बाद लगातार किसान वापस जा रहे थे और उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से गाजीपुर बॉर्डर को खाली करने का आदेश भी दिया गया था लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत के मीडिया के सामने रो जाने की घटना के बाद से एक बार फिर गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के जत्थों का जुटना शुरू हो गया है हालात ये है कि गाजीपुर बॉर्डर पर एक बार फिर किसानों का मजमा लगना शुरू हो गया है और दूर-दूर तक एक बार फिर ट्रैक्टर ट्रॉली ही नजर आ रही हैं.

400 से अधिक किसानों के लापता होने का मामला गरमाया

लाल किला और दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हिंसा के दौरान किसानों के लापता होने का मामला पंजाब में सियासी तौर पर गरमाने लगा है। सूबे के किसान संगठनों और धार्मिक संगठनों ने 400 से अधिक किसानों व नौजवानों के लापता होने का आरोप लगाया है और इस संबंध में दिल्ली पुलिस पर उंगली उठाई जा रही है।

हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने का फैसला

पंजाब से जुड़े कई किसान संगठनों और धार्मिक संगठनों ने आरोप लगाया है कि दिल्ली हिंसा के दौरान 400 से ज्यादा युवा और बुजुर्ग किसान लापता हैं। अमृतसर के खालड़ा मिशन ने आरोप लगाया है कि गायब हुए सभी लोग दिल्ली पुलिस की अवैध हिरासत में हैं। मिशन ने इस मामले में सोमवार को हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है।