कोविड-19 की उत्पत्ति का पता लगाने के लिये चीन का दौरा करने वाली डब्ल्यूएचओ की टीम के अनुसार यह वायरस चमगादड़ से अन्य जंतुओं के जरिये मनुष्यों में फैला होगा। वहीं प्रयोगशाला से वायरस फैलने की आशंका बहुत कम है। मिडिया रिपोर्ट के अनुसार समाचार एजेंसी एपी को मिली जांच टीम की मसौदा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
हालांकि कई सवालों के जवाब अभी भी नहीं मिले हैं। वहीं टीम ने प्रयोगशाला से वायरस के लीक होने के पहलू को छोड़कर अन्य सभी पहलुओं पर आगे जांच करने का प्रस्ताव रखा है।
देरी से चीनी पक्ष जांच के निष्कर्ष को प्रभावित करने की आशंका
रिपोर्ट को जारी किये जाने में लगातार देरी हो रही है, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि कहीं चीनी पक्ष जांच के निष्कर्ष को प्रभावित करने का प्रयास तो नहीं कर रहा, ताकि चीन पर कोविड-19 महामारी फैलने का दोष न मढ़ा जाए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अधिकारी ने पिछले सप्ताह के अंत में कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि टीम की रिपोर्ट अगले कुछ दिन में जारी कर दी जाएगी।
रिपोर्ट का अंतिम संस्करण में चमगादड़ों से अन्य जंतुओं में इसका प्रसार की बात
एपी को सोमवार को जेनेवा में स्थित डब्ल्यूएचओ सदस्य देश के राजनयिक की ओर से जांच टीम की रिपोर्ट मिली है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया गया है कि रिपोर्ट को जारी करने से पहले इसमें बदलाव किया जाएगा या नहीं। हालांकि, राजनयिक का कहना है कि यह रिपोर्ट का अंतिम संस्करण है।
इस संबंध में डब्ल्यूएचओ से संपर्क किया गया, लेकिन उसकी ओर से तत्काल कोई जवाब नहीं मिला है।
अध्ययनकर्ताों ने सार्स-कोव-2 नामक कोरोना वायरस की उत्पत्ति की चार परिस्थितियां बताई हैं। जिसमें चमगादड़ों से अन्य जंतुओं में इसका प्रसार हुआ होगा, मुख्य है।
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