सीएम नीतीश कुमार के समक्ष पेश किया गया ‘गया सीवरेज सिस्टम’ से संबंधित प्रस्तुतीकरण, जल संरक्षण बहुत जरुरी है, लोग जल का सदुपयोग करने की अपील

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा ‘गया सीवरेज सिस्टम’ से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया गया। नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने प्रस्तुतीकरण के दौरान गया सिवरेज सिस्टम की वर्तमान स्थिति, प्रपोज्ड सीवरेज स्कीम, पपुलेशन एंड सिवेज फ्लो क्वांटिटी आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

भू-जल स्तर को मेंटेन रखना जरूरी

मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि गंगा जल उद्वह योजना के अन्तर्गत गंगा नदी के पानी को संग्रहित कर शुद्ध पेयजल के रुप में राजगीर, बोधगया, गया और नवादा में पहुंचाया जाएगा। लोगों के पानी की जरुरतों को ध्यान में रखते हुए प्रति दिन प्रति व्यक्ति 135 लीटर जलापूर्ति की योजना है। भविष्य में इन जगहों पर आबादी और बढ़ेगी, बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे, इन सब चीजों को ध्यान में रखकर पेयजल की बेहतर व्यवस्था के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। भू-जल स्तर को मेंटेन रखना है। यह पर्यावरण के ष्टिकोण से बहुत ही आवश्यक है। जब गंगा का जल पेयजल के रुप में इन जगहों पर हर घर तक पहुंच जाएगा तो लोग भू-जल का दोहन नहीं करेंगे, जिससे भू-जल स्तर हमेशा मेंटेन रहेगा। जल संरक्षण बहुत जरुरी है। लोग जल का सदुपयोग करें, दुरुपयोग न करें।

गया में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट योजना पर तेजी से काम करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि गया जैसे बड़े शहरों में सिवरेज सिस्टम बेहतर रहे इसे ध्यान में रखते हुए कार्य योजना बनाकर तेजी से काम करें। गया में एस0टी0पी0 (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) योजना पर तेजी से काम करें। उन्होंने कहा कि इस बात का अध्ययन कराएं कि ट्रीटेड वाटर का सिंचाई के अलावे अन्य दूसरे कार्यों में भी सदुपयोग हो।