शहरो के बाद अब गांवों में तेजी से पैर पसारने लगा कोरोना, बढ़ने लगी एक्सपर्ट्स की चिंताएं।

कोरोना महामारी का बढ़ता आतंक एक बार फिर से देश के लोगो को भयभीत करने लगा है। Corona के बढ़ते मामले लोगो को तो डरा ही रहें हैं इसके साथ ही इन आंकड़ों ने सरकार की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं। राज्य में अब कोरोना का एक नया वैरिएंट ओमिक्रॉन का मामला तेजी से बढ़ने लगा है।

शहर के बाद अब गांव में बढ़ते corona के संक्रमण ने सबकी चिंताएं बढ़ा दी है।

चिंता की बात यह है कि संक्रमण शहरी इलाकों के बाद अब ग्रामीण इलाकों में तेजी से अपना पांव पसारने लगा है। पिछले एक हफ्ते के दौरान ग्रामीण इलाकों में संक्रमण के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। साल 2022 की शुरुआत की बात करें तो शहरी इलाकों मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता में 50 फीसदी संक्रमण के मामले मिले थें। लेकिन बुधवार को एक अच्छी खबर आई कि शहरो में corona के मामलों में कमी देखने को मिल रही है और इन जगहों पर संक्रमण के अब कुल 35 फीसदी मामले हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों की बात करें तो साल की शुरुआत में ग्रामीण इलाकों में संक्रमण के कुल मामले सिर्फ 6 फीसदी थे लेकिन पिछले 12 दिनों में यह दोगुना हो गए हैं और यह आंकड़ा अब 12 फीसदी तक पहुंच गया है।

साल की शुरुआत के पांच दिन की बात करें तो ग्रामीण इलाकों में कोरोना के कुल 58000 मामले अस्तित्व में आए थे। लेकिन पिछले पांच दिनों की बात करें तो यहां सक्रमण संख्या का आंकड़ा 2.12 लाख को पार करने के कगार पर आ पहुंचा है। यह साल के शुरुवात में मिले कोरोना के मरीजों से 266 फीसदी ज्यादा है। इसी समय में अगर शहरी इलाकों की बात करें तो संक्रमण के मामले 1.8 लाख से बढ़कर 6 लाख तक पहुच गए, पहले की तुलना में यह बढ़ोतरी 233 फीसदी की है। अगर शहरो में मिलने वाले कोरोना के मामलों से ग्रामीण इलाको के कोरोना मरीजों की तुलना करें तो अभी तक तो ग्रामीण इलाकों में संक्रमण का आंकड़ा कम नजर आ रहा है। भारत में गुरुवार को कोरोना के 259291 मामले सामने आए थे, जो कि तीसरी लहर में एक दिन में सर्वाधिक मामले हैं। बुधवार को 18.86 लाख लोगों का टेस्ट किया गया था।