पीएमसीएच में होस्टल खाली कराने गई पुलिस जिसका छात्राओं ने किया विरोध, छात्राओं को मिला। तेजप्रताप यादव का साथ।

बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में शुक्रवार को रण क्षेत्र जैसा नजारा देखने को मिला। दरअसल पीएमसीएच में जीएनएम हॉस्टल खाली कराए जाने को लेकर नर्सिंग छात्राओं ने जमकर अपना विरोध जताया। छात्राएं पीएमसीएच परिसर में लगातार हॉस्टल खाली कराये जाने के फैसले के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करती रहीं। इस दौरान इस फैसले से नाराज छात्राओं के गुस्से के सामना पुलिस को करना पड़ा। दरअसल छात्राएं हॉस्टल खाली करने को तैयार नहीं थी और पुलिस उन्हें जबरन हॉस्टल खाली करने के लिए कह रही थी। तभी छात्राओं और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई, जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुये लाठीचार्ज भी किया।


वहीं पीएमसीएच में बढ़ते बवाल के बाद नर्सिंग छात्राओं के समर्थन में तेजप्रताप यादव भी पीएमसीएच पहुंच गए। तेजप्रताप यादव के पीएमसीएच पहुंचते ही छात्राओं का अस्प्ताल प्रशासन के खिलाफ गुस्सा और भड़क पड़ा। तेजप्रताप के जाते ही पुलिस और छात्राओं के बीच जमकर धक्का मुक्की और नोंक झोंक शुरू हो गई और छात्राएं हॉस्टल खाली नहीं करने दे रही थी।


तेजप्रताप ने छात्राओं की मांग का किया समर्थन
बता दें, पीएमसीएच में हॉस्टल खाली किये जाने के विरोध में आंदोलन कर रही नर्सिंग स्टूडेंट के समर्थन में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव भी पीएमसीएच पहुंचे। तेजप्रताप ने छात्राओं से बात की और उनकी मांगों को समर्थन देते हुए कहा कि पटना में ही कहीं आसपास में हॉस्टल का प्रबंध कराया जाए लड़कियां दूर नहीं जाएंगी। इतना ही नहीं तेजप्रताप ने कहा कि छात्राओं के साथ वो इस मांग को लेकर सीएम नीतीश से मिलेंगे और मांगे पूरी नहीं होने पर राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे।


वैशाली के राजापकड़ में शिफ्ट होना है हॉस्टल
इस दौरान नर्सिंग छात्राओं ने आरोप लगाया कि पुरुष पुलिस बल ने भी उनलोगों के साथ जबरदस्ती की है और उनके साथ पुलिस ने मारपीट भी की है, जिसमें कई छात्राओं को चोट लगी है। मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार पीएमसीएच की 50 से ज्यादा छात्राओं को पुलिस हिरासत में लेकर पीरबहोर थाना लाया गया है। बता दें, पीएमसीएच में वर्ल्ड क्लास हॉस्पिटल बनना है, जिसको लेकर हॉस्टल खाली कराए जा रहे हैं। यहां से छात्राओं को वैशाली के राजापाकड़ में हॉस्टल में शिफ्ट करने का आदेश दिया गया है। छात्राएं इसी आदेश का विरोध कर रही थी।