साहित्य का नोबेल प्राइज 64 साल नॉर्वे के राइटर जॉन फोसे को दिया गया है। कमिटी ने माना है कि उनके नाटकों और कहानियों ने उन लोगों को आवाज दी है जो अपनी बातें कहने में सक्षम नहीं थे। इनकी मशहूर किताबों में पतझड़ का सपना शामिल है। इस फील्ड में 120 लोगों को ये सम्मान मिला है। साहित्य में नोबेल हासिल करने वालों में केवल 17 महिलाएं हैं। इसकी वजह से नोबेल कमिटी की काफी आलोचना भी हुई है।
रेस में पिछड़ गए सलमान रुश्दी
भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी को साहित्य हासिल करने की रेस में शामिल थे। हालांकि, इस बार भी उन्हें नोबेल नहीं मिला। उनकी लिखी कहानियां हकीकत, कल्पनाओं और व्यंग्य के जरिए समाज के अलग-अलग पहलूओं को उजागर करती हैं।
You must be logged in to post a comment.