मध्य प्रदेश के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट भी जारी, 88 उम्मीदवारों का ऐलान

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट भी जारी कर दी है। कई बड़े नामों को चुनावी मैदान में उतारा गया है। इसस पहले कांग्रेस द्वारा 144 उम्मीदवारों का ऐलान भी किया जा चुका है। उसी कड़ी में अब ये दूसरी लिस्ट सामने आई है।

कांग्रेस की दूसरी लिस्ट के मुताबिक मुरैना दिनेश गुर्जर, जबलपुर से अभिषेक चौकसे चिंटू, भोपाल उत्तर से आतिफ अकील, इंदौर 5 से सत्यनारायण पटेल, उज्जैन दक्षिण से चेतन प्रेमनारायण को टिकट दिया गया है। ग्वालियर से पार्टी ने सुनील शर्मा को मौका दिया है, वहीं भिंड से चौधरी राकेश चतुर्वेदी मैदान में हैं। दूसरी लिस्ट में उन सीटों पर खासा फोकस किया गया है, जिस पर कांग्रेस को लंबे समय से हार का सामना करना पड़ रहा है।

तोमर बनाम तोमर

भाजपा ने इस बार बड़े नामों को मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में उतारा है। इनमें सबसे बड़ा नाम है- केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर। वे दिमनी से मैदान में हैं। उनके सामने कांग्रेस ने मौजूदा विधायक रवींद्र सिंह तोमर को ही दोबारा टिकट दिया है। 2020 के उपचुनाव में रवींद्र सिंह तोमर ने यहां जीत दर्ज की थी।

यादव बनाम यादव

इसी तरह उज्जैन दक्षिण से भाजपा ने जहां मंत्री मोहन यादव को टिकट दिया है, वहीं कांग्रेस ने चेतन प्रेमनारायण यादव को मैदान में उतारा है। मोहन यादव दो बार से विधायक हैं। वहीं, चेतन प्रेम नारायण यादव पूर्व महापौर प्रेम नारायण यादव के पुत्र हैं। इसी तरह देवतालाब सीट से दो गौतम मैदान में हैं। भाजपा ने गिरीश गौतम को टिकट दिया था, वहीं कांग्रेस ने पद्मेश गौतम को उम्मीदवार बनाया है।

कांग्रेस ने सागर जिले की आठ विधानसभा सीटों में से चार पर महिला प्रत्याशियों को टिकट दिया हैं। ये हैं- निधि जैन, निर्मला सप्रे, रक्षा राजपूत, ज्योति पटेल।

17 नवंबर को वोटिंग

मध्य प्रदेश चुनाव की बात करें तो 17 नवंबर को वोटिंग होने जा रही है और तीन दिसंबर को नतीजे आएंगे। चुनाव को लेकर कांग्रेस तो तैयार दिख ही रही है, बीजेपी ने भी अपना आक्रमक प्रचार तेज कर दिया है। इस बार बीजेपी ने तो एक अलग ही रणनीति पर काम करते हुए सांसदों को ही टिकट देने का काम कर दिया है। इसके ऊपर अभी तक पार्टी द्वारा शिवराज सिंह चौहान को सीएम का चेहरा भी नहीं बनाया गया है, ऐसे में वो भी एक बड़ी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।