शारदा विश्विद्यालय के परीक्षा पत्र में हिंदू की फासीवाद से तुलना करने पर मचा बवाल, विश्वविद्यालय ने प्रश्न तैयार करने वाले शिक्षक को किया निलंबित।

शारदा यूनिवर्सिटी में बीए पॉलिटकली एग्जाम पेपर में एक सवाल को लेकर बड़ा बवाल शुरू हो गया है। जानकारी के अनुसार, प्रश्न पत्र में पूछा गया है कि क्या आप हिन्दुत्व, फासिज्म और नासिज्म में समानता पाते हैं? अब यूनिवर्सिटी का एग्जाम पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बीजेपी का आरोप है कि इस प्रश्न पत्र को एक मुस्लिम टीचर द्वारा तैयार किया गया है। उधर, मामले में शारदा यूनिवर्सिटी ने प्रश्न पत्र तैयार करने वाले शिक्षक को तत्काल निलंबित कर जांच गठित कर दी है।

घटना शुक्रवार की बताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार, शारदा यूनिवर्सिटी में बीए राजनीति विज्ञान की परीक्षा में छात्रों से फासीवाद / नाजीवाद और हिंदुत्व के बीच समानताएं लिखने के लिए प्रश्न पूछा गया। जिसके बाद मामले ने नया विवाद खड़ा कर दिया है।

सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र वायरल होने के बाद बहस शुरू हो गई है। लोगों ने यूनिवर्सिटी पर छात्रों से “हिंदू विरोधी” सवाल पूछने का आरोप लगाया। मामले पर एक्शन लेते हुए शारदा यूनिवर्सिटी ने तुरंत तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया और प्रश्न पत्र तैयार करने वाले शिक्षक को निलंबित कर दिया है।

यूनिवर्सिटी का बयान
शारदा यूनिवर्सिटी की ओर से एक बयान भी जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि उसे खेद है कि ऐसी घटना हुई है जिसमें सामाजिक कलह को भड़काने की कोशिश की गई। बयान में कहा गया, “यूनिवर्सिटी हर उस विचारधारा के खिलाफ है जो हमारी राष्ट्रीय पहचान और संस्कृति को खराब करती है…।”

मुस्लिम टीचर ने तैयार किया प्रश्न पत्रः बीजेपी
इस बीच, बीजेपी के नेता विकास प्रीतम सिन्हा ने घटना पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया, “यूनिवर्सिटी का नाम ‘शारदा’ है लेकिन छात्रों से हिंदू धर्म को अनिवार्य रूप से फासीवाद और नाजीवाद के समकक्ष साबित करने के लिए कह रहा है।” उन्होंने कहा, “यह प्रश्न पत्र कथित तौर पर एक मुस्लिम शिक्षक द्वारा निर्धारित किया गया था।