विश्व में कोरोना वायरस महामारी से अब तक 1.64 करोड़ लोगों को संक्रमित हो चुके है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एधेनॉम ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी का सामना पहले कभी भी डब्ल्यूएचओ ने नहीं किया। एक ऑनलाइ समाचार ब्रीफिंग में तेदरोस ने कहा कि मास्क पहनने, भीड़ से बचने जैसे स्वास्थ्य उपायों के ज़रिए ही इसे हराया जा सकते है। कनाडा चीन, जर्मनी और दक्षिण कोरिया के कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए उन्होंने कहा, “जहां इन उपायों का पालन किया जाता है, वहां मामले कम हैं और जहां इनका पालन नहीं होता वहां मामले बढ़ते जाते हैं।”
उन्होंने कहा कि कई देशों में कोरोना वायरस फिर से फैल रहा है, उन राष्ट्रों में भी जिन्हें लगा था कि उन्होंने इस पर काबू कर लिया है। ये देश अब दुनिया को अलार्म कर रहे हैं। कोरोना वायरस से 652,000 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। डब्ल्यूएचओ के एमरजेंसी प्रोग्राम प्रमुख माइक रायन का कहना है कि सेकेंड वेव की परिभाषा ढ़ूढ़ने से पहले राष्ट्रों को उनके यहां पैदा हो रहे हॉटस्पॉट्स में फिज़िकल डिस्टेंसिंग जैसे स्वास्थ्य प्रतिबंध लगाने चाहिए।
उन्होंने कहा, “ये साफ है कि वायरस के ख़िलाफ जितना गंभीरता से काम करेंगे वायरस उतना नीचे जाएगा लेकिन जैसे ही आपने ढील दी तो वायरस फिर से बढ़ने लगेगा” हालांकि वो ये स्वीकार करते हैं कि भविष्य में देशों के लिए अपनी सीमाएं बंद रख पाना लगभग असंभव होगा। डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस ने इस बात पर जोर दिया कि हमारी प्राथमिकता जिंदगियों को बचाए रखने की है। जापान और ऑस्ट्रेलिया की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा,
हमें ट्रांसमिशन को कम करना है, लेकिन साथ ही हमें कमजोर समूहों की पहचान करनी है और उनकी जान बचानी है, अगर संभव हो तो मृत्यु दर को शून्य पर रखना है
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