यूक्रेन के समर्थन में आए दुनिया के कई बड़े देश, एप्पल ने अपने उत्पादों को किया रूस में प्रतिबंधित।

रूस के तानाशाही रवैया अब कई देशों को अपना दुश्मन बनाने लगा है। युद्ध के नाम पर रूस पर बेकसूर लोगो के जान लेने का आरोप भी लगाया जा रहा है। अमेरिका ने तो यह तक दावा कर दिया है कि पुतिन अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। सभी लोकतांत्रिक देश अगर उसको आर्थिक तौर से कमजोर करने की तैयारियों में जुट गए हैं। यूरोप के देशों के द्वारा पहले ही रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं।

रूस पर गहराने लगा आर्थिक संकट।

लेकिन रूस की अर्थव्यवस्था पर करारा प्रहार करते हुए कई देशों ने एक बड़ा फैसला लिया है। पेरिस स्थित अंतर सरकारी एजेंसी, जो तेल नीति पर सलाह देती है ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) के सदस्य देश, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बीच अपने आपातकालीन भंडार से 60 मिलियन बैरल तेल जारी करने पर सहमत हुए हैं। यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि तेल की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं और ऊर्जा आपूर्ति के मुद्दों की आशंकाएं सामने आई हैं। आईईए के 31 सदस्य आपातकालीन भंडार जारी करने पर सहमत हुए हैं ताकी वैश्विक तेल बाजारों को एकीकृत और मजबूत संदेश दिया जाए कि तेल की आपूर्ति में कोई कमी नहीं होगी।

एप्पल ने लगाया रूस में अपने सभी उत्पादों पर रोक।



टेक दिग्गज एपल ने रूस में अपने सभी उत्पादों की बिक्री पर रोक लगा दिया है। कंपनी ने यह घोषणा की है। रॉयटर्स समाचार एजेंसी के अनुसार, कंपनी ने अपनी भुगतान प्रणाली ऐपल पे और लाइव-ट्रैफिक ट्रैकिंग सहित अन्य सेवाओं को भी सीमित कर दिया है। रूस में उपभोक्ताओं में को कंपनी की वेबसाइट पर आईफोन, घड़ी या मैकबुक खरीदने के प्रयास करने पर यह संदेश दिया जा रहा है कि माल की डिलीवरी असंभव है।

अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ ने रूस बेलारूस की – टीमों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की

जबकि इसके पहले ही अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ ने रूस और बेलारूस की टीमों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ वार्षिक डेविस कप को नियंत्रित करता है ।

यूट्यूब और नेटफ्लिक्स ने अपने मंच से हटाए रूस के चैनल।

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे घमासान युद्ध के बीच रूस को अपने व्यवहार के लिए कई देशों के कड़े आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। तो कई कंपनियां उस पर ताबड़तोड़ कई प्रतिबंध लगाती दिख रही हैं। ऐसा ही एक मामला यूट्यूब और नेटफ्लिक्स का आया जिस ने मीडिया से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह साझा किया है कि आने वाले समय में यूट्यूब और नेटफ्लिक्स अपने प्लेटफार्म पर किसी भी रूसी मीडिया का प्रसारण नहीं करेंगे।