पुलिसकर्मी को आरएसएस नेता संग दुर्व्यवहार करना पड़ा महंगा, किया गया लाइन हाजिर

बरेली में राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ  के एक नेता की कथित तौर पर पिटाई करने के मामले में चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करते हुए पुलिस लाइन से संबद्ध किया गया है वहीं दो पुलिस उपनिरीक्षकों को निलंबित करने के लिए राज्‍य चुनाव आयोग से अनुमति मांगी गई है।

मिडिया रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को आरएसएस के दीनदयाल नगर इकाई के विद्यार्थी प्रमुख आयुष चौहान को शराबी बताकर पुलिस द्वारा कथित पिटाई के मामले में यह कार्रवाई की गई है।

बीते शुक्रवार की रात बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान ने बताया कि सिपाही अवनीश कुमार, सिपाही दीपक डांगी, अतुल और जालिम सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि करगेना पुलिस चौकी प्रभारी अजब सिंह और मणिनाथ चौकी प्रभारी प्रदीप कुमार के निलंबन के अनुमोदन के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र भेजा गया है।

गौरतलब है कि गत दिवस आयुष चौहान को एक शराबी द्वारा परेशान किया जा रहा था। जहाँ आयुष उसे पकड़कर करगैना पुलिस चौकी में ले गए थे, वहां मौजूद चौकी प्रभारी अजब सिंह और चार सिपाहियों ने उल्टे आयुष चौहान को हवालात में कर बंद कर दिया कि वह खिद शराब के नशे में धुत हैं, जबकि मेडिकल रिपोर्ट में आयुष चौहान शराब पिए होने का कोई प्रमाण नहीं मिला।

बतादें कि बरेली के भाजपा के नेता एवं महापौर उमेश गौतम, बरेली नगर के विधायक डॉ अरुण कुमार और विधायक राजेश मिश्रा दल बल के साथ करगैना पुलिस चौकी के पास, बदायूं रोड पर धरने पर बैठ गए थे जिसे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप से समाप्त कराया गया।