सावधान बढ़ रहा ओमिक्रॉन का खतरा, केवल 5 दिनों में हुए दो गुणा मामले, इन राज्यों में सबसे ज्यादा असर

देश के कई राज्यों में दस्तक दे चुके कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) को लेकर खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. देश में कोरोना के मामले 200 के पार पहुंच गया है. हैरानी की बात ये है कि ये आंकड़ा केवल 5 दिनों में बढ़ा है.

यानी 5 दिनों में ही देश में ओमिक्रॉन के मामले 100 से 200 के पार पहुंच गए हैं.

वहीं जानकारी के मुताबिक कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट देश के 15 राज्यों तक पहुंच गया है. इनमें दिल्ली और महाराष्ट्र हॉट स्पॉट बनते जा रहे हैं. बुधवार सुबह तक देश में दर्ज ओम‍िक्रॉन के मामलों में से 50 फीसदी से ज्यादा मामले इन दोनों राज्‍यों से ही सामने आए हैं. देश के 15 राज्‍यों में ओम‍िक्रॉन के 213 मामले सामने आए, ज‍िसमें से दिल्ली और महाराष्ट्र से ओम‍िक्रॉन के अकेले 111 मामले सामने आए. द‍िल्‍ली में 57 मामले और महाराष्ट्र में 54 मामले दर्ज क‍िए गए हैं.

किस राज्य से सामने आए कितने मामले

जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को दिल्ली से 57, महाराष्ट्र से 54, तेलंगाना से 24, कर्नाटक से 19, राजस्थान से 18, केरल से 15, गुजरात से 14, जम्‍मू एंड कश्‍मीर से 3, ओड‍िशा 2, उत्तर प्रदेश से 2, आंध्र प्रदेश से1, चंडीगढ़ से 1, लद्दाख से 1, तमिलनाडु से 1 और पश्चिम बंगाल से 1 मामला सामने आया.

इस वक्त दिल्ली में ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा मामले पाए गए हैं. ऐसे में राज्य सरकार ने क्रिसमस और नए साल के जश्न के आयोजन के लिए होने वाले किसी भी जमावड़े पर रोक लगा दी है. DDMA ने इसके लिए औपचारिक आदेश जारी कर दिया है. वहीं दिल्ली में फिर 50 प्रतिशत के साथ रेस्टोरेंट, सिनेमाघर और बार खुलेंगे.

वहीं दूसरी ओर एक्सपर्ट लगातार ओमिक्रॉन के चलते देश में तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं. बताया ये भी जा रहा है कि कोरोना का ये नया वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट से तीन गुमा ज्यादा संक्रामक है. अगर ओमिक्रॉन ने डेल्टा वेरिएंट की जगह ले ली तो भारतीय कोरोना टास्क फोर्स के विशेषज्ञों को आशंका है कि देश में हर रोज 14 लाख नए केस सामने आएंगे. यह आशंका भारत के कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख वी.के.पॉल ने जताई है.

वी.के. पॉल के मुताबिक नए साल की शुरुआत में ओमिक्रॉन संक्रमण तेजी से फैलना शुरू होगा और फरवरी में आकर यह पीक पर पहुंच सकता है. अगर ऐसा हुआ तो एक बार फिर लॉकडाउन या कठोर कोरोना प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है.