पंजाब में आप कि सरकार आने से विरोधीयों पर तेज हुए हमले, दिल्ली पुलिस ने पहले ही जताई थी इस हत्या कि साजिश, पर फिर भी पंजाब पुलिस दिखाति रही सुस्ती….

पंजाब के प्रसिद्ध गायक और कांग्रेस के चर्चित नेता में शुमार सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पुलिस ने एक और व्यक्ति को अपने गिरफ्त में लिया है। पुलिस ने मोगा के जगदेव सिंह को नकोदर से उठाया है। तो वही दूसरी तरफ पुलिस व फोरेंसिक टीम ने सिद्धू मूसेवाला की गाड़ी की भी जांच की है। इसके अलावा उत्तोराखंड से भी इस मामले में एक व्य क्ति को हिरासत में लिए जाने की खबर है।

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड 6 लोगो को लिया गया हिरासत में
जाने माने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्या की साजिश में शामिल लोगो के गिरफ्तारी के लिए पंजाब पुलिस की टीमें विभिन्न जगहों पर दबिश दे रही है। पंजाब पुलिस की ओर से इस मामले में अब तक अलग अलग जगहों से छह लोगों को हिरासत में लेने की बात सामने आई है। गिरफ्तारियां पंजाब और उत्तराखंड से की गई है। पंजाब पुलिस की टीम ने उत्तराखंड एसटीएफ के साथ मिल कर एक ज्वाइंट आप्रेशन का संचालन किया जिसमें छह के करीब लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं इस हत्याकांड में पंजाब के एक प्रसिद्ध गायक के मैनेजर के शामिल होने की बात भी सामने आ रही है। हत्याकांड के बाद अब तक पुलिस की ओर से इस मामले में कोई अधिकारिक तौर पर गिरफ्तारी नहीं की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच जारी है। डीजीपी वीके भावरा का इस मामले में कहना है की पुलिस की टीमें अपना काम कर रही है। जल्द ही इस कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया जाएगा। यह बात सामने आई है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्यां की साजिश तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की ओर से रची गई है।

पहले भी कि जा चुकी है मूसेवाला कि हत्या कि साजिश

मूसेवाला की हत्याी की पहले भी कोशिश की गई थी। लेकिन,सिद्धू मूसेवाला को सुरक्षा मिली हुई थी। उनकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षा गार्ड के पास एके 47 थी इसलिए उन पर हमला कि साजिश असफल रही। बताया जाता है कि इस बार सिद्धू मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने के लिए कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ ने एएन 94 (एवतोमैत निकोनोव) मंगवाई थी। इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए बिश्नोई गैंग ने हरियाणा के कुछ गुर्गों का इस्तेमाल भी किया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली पुलिस की ओर से पिछले दिनों लारेस गैंग के शाहरूख को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस की पूछताछ में शाहरूख ने खुलासा किया था कि लॉरेस और गोल्डी बराड़ कोई बड़ी साजिश रच रहे है। अब सवाल यह है कि अगर दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस के साथ कोई ऐसा इनपुट शेयर किया था तो सिद्धू की सुरक्षा में पंजाब पुलिस के द्वारा ढिलाई क्यों की गई। इस मामले में आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।

सिद्धू मूसेवाला कि हत्या में आरोपियों कि मदद करने वाला चढा पुलिस के हत्थे
बताया जाता है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्याम के मामले में आरोपितों की मदद करने वाले व्याक्ि्वा को उत्त राखंड एसटीएफ की मदद से पंजाब पुलिस की टीम ने पकड़ा है। उसे देहरादून के नया गांव क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि इस व्य्क्ति ने सिद्धू मूसेवाला की हत्याट में शामिल आरोपितों का सहयोग किया था। घटना के बाद वह देहरादून पहुंच गया था। मोगा के परवाना नगर का रहने वाला जगदेव सिंह वही व्यक्ति है, जिस पर कुछ दिन पहले जेल में गैंगस्टर को मोबाइल सिम उपलब्ध कराने के मामले में केस दर्ज किया गया था। हाल ही में जगदेव सिंह ने एक परिवार पर हमला किया था, लेकिन पुलिस ने जगदेव सिंह का नाम हटाकर उसके दूसरे साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर उसे थाने से जमानत दे दी थी।दूसरी ओर, पंजाब के डीजीपी वीके भावरा ने सिद्धू मूसेवाला की हत्याउ के मामले में अपने कल दिए गए बयान पर सफाई दी है। भावरा ने कहा कि मैं इस हत्याी की भर्त्सपना करता हूं। उन्हों ने गैंगस्टमर वाले बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मैंने सिद्धू मूसेवाला को गैंगस्ट र नहीं कहा। डीजीपी भावरा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेश के बाद कल के दिए बयान पर स्पष्टीकरण दिया। डीजीपी ने कहा कि मूसेवाला के कत्ल की सख्त शब्दों में निंदा करता हूं, दोषियों को जल्द गिरफ्तार करके न्याय दिलाया जाएगा। मैंने कभी सिद्दू मूसेवाला को गैंगस्टर नहीं कहा। डीजीपी भावरा ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इस हत्याि की जिम्मेदारी ली है। जांच में हत्या के सारे पहलुओं की पड़ताल की जा रही है। मीडिया के एक हिस्से ने उनका गलत हवाला दिया है। मेरे दिल में सिद्धू मूसेवाला के लिए बहुत सम्मान है।

जांच को लेकर मुस्तैद है एजेंसियां…..
दूसरी ओर, मानसा के थाना सिटी 1 में सिद्धू मूसेवाला की थार गाड़ी को मोहाली की फोरेंसिक साइंस लैब की टीम ने जांच की। इस दौरान डिप्टी डायरेक्टर डॉ. अश्विनी कालिया व उनके असिस्टेंट संदीप सहोता गाड़ी से मिले सामान की जांच की। बताया जाता है कि जांच के दौरान गाड़ी से दो गोलियां भी बरामद हुई हैं। वहीं, टीम ने गाड़ी में लगे खून के निशान के भी सैंपल लिए हैं।डा. अश्वनी कालिया का कहना है कि वह सारी रिपोर्ट तैयार कर अपने अधिकारियों को सौंपेंगे। फिलहाल वह कुछ नहीं बता सकते। इसके साथ ही गांव जवाहर के में एसटीएफ गैंगस्टर के एडीजीपी प्रमोद बान व एआईजी गुरमीत चौहान मौके पर पहुंचकर पूछताछ करते हुए।उधर, पंजाब कांग्रेस के अध्यगक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि भगवंत मान सरकार द्वारा सीटिंग जज से जांच के लिए चीफ जस्टिस को लिख दिया है। लेकिन हम चीफ जस्टिस से अपील करेंगे कि इसको मंजूर करें।