राजद सुप्रीमो लालू यादव न सिर्फ बिहार की सियासत का एक बड़ा चेहरा हैं बल्कि वे राष्ट्रीय राजनीति को लंबे अरसे तक प्रभावित करते रहे हैं। एक अरसे बाद जेल से रिहा होने के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के आने से बिहार में सियासत फिर शुरू हो गई है़। रविवार का दिन बिहार की सियासत के गलियारों में बड़ा अहम् रहा। नीतीश सरकार ने एक तरफ कोविड से जारी जंग के बीच 18 साल से 44 साल के युवाओ के बीच टीकाकरण की शुरुआत को गई है। वहीं, दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण की रोकथाम की रणनीति को लेकर नीतीश-लालू आमने सामने आ गए हैं।
दरअसल,
एक लम्बे वक्फे के बाद रविवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव अपने नेताओं से मुखातिब हुए। राजद ने लालू यादव के जेल से बहार आने के बाद वर्चुअल मीटिंग का आयोजन किया था। इससे पहले लालू प्रसाद तय समय से करीब 50 मिनट की देरी से अपनी पहली वर्चुअल मीटिंग में जुड़े। सबों को दुआ सलाम किया। इसमें लालू प्रसाद ने राजद नेताओं से कहा कि आप सब गरीब लोगों की सेवा करिए। कोरोना के चलते लाखों लोगों की मृत्यु हुई है। चारों तरफ तबाही है। यह संकट की घड़ी है। आपका फर्ज बनता है कि जितना हो सके, जनता के बीच जाकर उनकी सेवा करिए। हम बीमार हैं। इस स्थिति में हम कहीं नहीं जा रहे। जैसे ही ठीक होंगे, आप सबों के बीच पटना आएंगे।
तबीयत ठीक होने पर आप लोगो के बीच जरूर आएंगे..
हालांकि लालू करीब चार मिनट ही बोल सके। मीटिंग के दौरान ही उनकी तबीयत खराब हो गई। कहा कि मैं बीमार हूं। नहीं जा रहे कहीं भी। डॉक्टर छुट्टी नहीं दे रहें। जाते-जाते कहा कि ‘तबीयत ठीक होने पर आप लोगो के बीच जरूर आएंगे…’ कहकर सभी को नमस्कार किया और मीटिंग बीच में छोड़ कर अनुपस्थित हो गए।
लालू ने अपने विधायकों निर्देश देते हुए कहा कि एमएलए अपने क्षेत्रों मे RJD कोविड केयर सेंटर की स्थापना करें। इसके अलावा उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि उन्हें लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद करनी चाहिए. या यूं कहें लालू प्रसाद ने अप्रत्यक्ष तौर पर जनता के बीच सरकारी सिस्टम के बराबर RJD सिस्टम खड़ा करने का संदेश अपने नेताओं और कार्यकर्ताओ को दिया।
CM नीतीश ट्वीट से सियासी गलियारें में फिर से हलचल
वहीं, इस मीटिंग के दौरान CM नीतीश कुमार के तीन ट्वीट ताबड़तोड़ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। 2 बजकर 54 मिनट पर ये ट्वीट लोगों के सामने आए. एक तरफ जहां लालू सिस्टम पर सवाल खड़े कर RJD सिस्टम तैयार करने की बात कह रहे थे, तो वहीं नीतीश लोगों के बीच सिस्टम के प्रति भरोसा जगाते नजर आए।
कोरोना योद्धाओं का शुक्रिया अदा करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट किया कि कोरोना के इस संकट काल में सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है. इस आपदा से निपटने में बेहद धैर्य, अनुशासन और हिम्मत के साथ काम करने वाले चिकित्सकों, नर्सों, सफाई कर्मियों, प्रशासन और पुलिस के लोगों सहित सभी कोरोना योद्धाओं का हम पूरे बिहार परिवार की तरफ आभार व्यक्त करते हैं।
उन्होंने आगे ट्वीट किया कि इस आपदा में अनेक सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधिगण मानवता की सेवा कर रहे हैं. युवा साथी जनता की सेवा के लिए विशेष रूप से सक्रिय हैं और सोशल मीडिया का सकारात्मक प्रयोग कर रहे हैं, जो सराहनीय है. ऐसे सभी लोगों का भी हम बिहार परिवार की तरफ से धन्यवाद करते हैं।
जनता से सहयोग की अपील करते हुए उन्होंने ट्वीट किया कि कोरोना की पहली लहर के दौरान बिहार ने बहुत दृढ़ता और साहस के साथ ये लड़ाई लड़ी. इस बार भी कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए हमें अपने को और अपनों को बचाना है. कोरोना के खिलाफ इस जंग में सरकार का साथ देना है. आइए संकल्प लेते हैं कि हम सब मिलकर इस जंग को जीतेंगे।
नीतीश कुमार इस ट्वीट के बाद सियासी गलियारें में फिर से हलचल मचा दिया है। कुछ इसे नीतीश की रणनीति समझ रहे हैं तो कुछ इसे महज इत्तेफा बता रहे हैं। लेकिन बिहार के दोनों ही दिग्गजों ने जनता के पालें में गेंद डाल दी है। इसके बाद ये देखना दिलचस्प रहेगा कि जनता इस दौरान किस पार्टी के साथ खड़ी रहती है।
You must be logged in to post a comment.