नीतीश के मंत्री बिजेंद्र यादव का बड़ा बयान, अब बिहार सरकार केंद्र से विशेष दर्जे की मांग नहीं करेगी, तेजस्वी ने पहले ही बताया था भाजपा व जदयू का नाटक

ऐसा लग रहा है कि बिहार में सियासी हवा बदल रही है. पिछले 2015 आम चुनावों से पहले जनता दल यूनाइटेड खुद अपनी नई पहचान बनाने में जुट गई थी इसी के तहत पार्टी दिल्ली में एक सम्मेलन आयोजित किया जहां वो बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग रखी थी. हालांकि बिहार में जिस मुद्दे को लेकर विपक्षी दल लगातार बीजेपी और नीतीश कुमार की जेडीयू को घेरते आए हैं, अब राज्य सरकार के मंत्री ने उसी मुद्दे को छोड़ने की बात कही है.

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने को लेकर पिछले कई सालों से मांग की जा रही है, खुद नीतीश कुमार भी कई बार इसकी वकालत कर चुके हैं. लेकिन नीतीश सरकार के योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र यादव का कहना है कि अब बिहार सरकार केंद्र से विशेष दर्जे की मांग नहीं करेगी.

इसे लेकर सोचना छोड़ दिया है- मंत्री

नीतीश कुमार के मंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, हमने कई बार इस मुद्दे को केंद्र के सामने उठाया, साथ ही इसे लेकर कमेटी का गठन भी किया. जिसकी रिपोर्ट केंद्र को सौंपी गई. लेकिन कुछ नहीं हुआ. किसी भी चीज की एक सीमा होती है. अब कब तक हम इसे लेकर बैठे रहेंगे. हमने इसे लेकर सोचना छोड़ दिया है.

हालांकि बिहार सरकार में मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा कि, अब बिहार के लिए हर क्षेत्र में विशेष सहायता की मांग केंद्र सरकार से की जाएगी.

विपक्ष को दिया मौका

नीतीश कुमार के मंत्री का ये बयान बड़ा इसलिए है, क्योंकि पिछले कई सालों से जेडीयू इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाती आई है और हर चुनाव में पार्टी का ये बड़ा एजेंडा होता है. विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिलाने को लेकर पहले ही आरजेडी और कांग्रेस नीतीश कुमार पर हमलावर थे, लेकिन अब इस बयान के बाद विपक्षी नेताओं को एक सुनहरा मौका मिल गया है.

तेजस्वी ने बताया था इसे भाजपा व जदयू का नाटक

हालांकि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 2018 में ट्वीट कर पहले ही आरोप लगाया था कि भाजपा व जदयू बिहार के विशेष दर्जे की मांग करने का नाटक करती है।

गौरतलब है कि तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया था कि जदयू ने इस मुद्दे का इस्तेमाल अपने राजनीतिक लाभ के लिए किया है। इसे राजनीतिक संभावनाओं को देखते हुए उठाया जाता है, फिर चारागाह हरा होने पर भूला दिया जाता है। श्री यादव ने कहा था कि भाजपा व जदयू दोनों स्वप्न की भूमि के दोहरे इंजन होने का दावा करती हैं, दोनों बिहार के लिए विशेष राज्य की मांग का समर्थन करने का नाटक करती हैं, लेकिन उनमें से कोई नहीं बताता कि बिहार की विशेष स्थिति और विशेष पैकेज की मांग को पूरा करने में बाधा क्या है।