जानिए क्या रहा, जब विपक्षी दल एकजुटता के मुद्दे पर अपने नाराज चल रहे दोस्त एवं सहयोगी रहे शरद यादव से गले मिले नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए देश की राजधानी दिल्ली के दौरे पर हैं। विपक्ष के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने अपने काफी पुराने नाराज  चल रहे दोस्त एवं सहयोगी रहे शरद यादव से मुलाकात ही।

दोनों बिछड़े दोस्त की तरह गले मिले। गौर हो कि नीतीश कुमार 2017 में महागबंधन से नाता तोड़ने के बाद बीजेपी के साथ चले गए थे। इससे नाराज होकर शरद यादव ने जदयू से अलग होकर अपनी पार्टी बना ली थी बाद मे वह अपनी पार्टी का विलय राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में कर दिया। अब नीतीश कुमार एक बार फिर बीजेपी से नाता तोड़कर बिहार में राजद के साथ महागठबंधन की सरकार बना लिए हैं और 2024 के चुनाव विपक्षी एकता के लिए अन्य पार्टियों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने शरद यादव से भी मुलाकात की। इसके बाद शरद यादव ने कहा कि जरूरी है कि विपक्षी दल एकजुट हों। विपक्ष के लिए नीतीश कुमार से बेहतर कोई चेहरा नहीं है।

नीतीश कुमार ने मंगलवार को सबसे पहले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी से मुलाकात की। इसके बाद वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के मुख्यालय में पार्टी के महासचिव डी. राजा से मिले। नीतीश कुमार दोपहर में दिल्ली के अपने समकक्ष अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की और उसके बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला से भी मिले।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति और विपक्षी एकता सुनिश्चित करने के तरीकों पर चर्चा की। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के आवास पर गांधी और कुमार के बीच बैठक करीब एक घंटे तक चली। नीतीश ने जनता दल (सेक्युलर) के प्रमुख एच डी कुमारस्वामी से भी उनके आवास पर मुलाकात की।

राहुल और नीतीश के बीच बिहार में एनडीए से बाहर निकलने और राजद, कांग्रेस और वामपंथियों के बाहरी समर्थन के साथ ‘महागठबंधन’ सरकार बनाने के बाद से यह पहली मुलाकात है। बीजेपी से अलग होने के बाद नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं और विपक्षी नेताओं से उनकी मुलाकात को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।