पटना : बिहार में एक तरफ जहां पार्टियां राज्यसभा के सदस्यों की सूची तैयार करने में जुटी हुई है। वही दूसरी तरफ बिहार राजद बिहार विधान परिषद की 7 सीटों पर घोषित चुनाव के लिए अपने तीन उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर बाजी मारती नजर आ रही है। प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सोमवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष कारी सोहैब के साथ मुन्नी रजक और अशोक पांडेय के नाम की घोषणा की। राज्य में बिहार विधान परिषद के लिए नामांकन 2 जून से आरंभ होकर 9 जून तक होना है।
सोमवार को राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधान परिषद के जिन तीन उम्मीदवारों पर मुहर लगाई है। वह सभी पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं। मुजफ्फरपुर के कारी सोहैब युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष हैं। सबसे चकित करने वाले दो नाम हैं। इनमें मुन्नी देवी ऊर्फ मुन्नी रजक पार्टी के सभी कार्यक्रमों में नारा लगाने वाली अत्यंत ही गरीब तबके की अनुसूचित जाति की महिला हैं। वह बख्तियारपुर की रहने वाली हैं। अशोक पांडेय राजद से लंबे समय से जुड़े रोहतास जिले के नटवार के पास मिल्की ग्रामवासी ब्राह्मण परिवार के रामबचन पांडेय के पुत्र हैं। ये ठेठ किसान परिवार के हैं और राजद की नीतियों में लंबे समय से भरोसा रखने वाले हैं।
जगदानंद सिंह ने कहा कि राजद निर्णय लेने में विलंब नहीं करता है। राज्यसभा के उम्मीदवारों की भी सबसे पहले घोषणा हमने की थी और परिषद के लिए नाम तय करने में भी हमने देर नहीं की। पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ए-टू-जेड की पार्टी जो परिकल्पना की है उसी के तहत उन तबकों को पार्टी ने जगह दी है जिनका प्रतिनिधित्व कम था। जो लोग राज्यसभा के नाम की घोषणा के समय टिप्पणी कर रहे थे उन्हें पता होना चाहिए दो नाम में ए-टू-जेड की कल्पना नहीं की जा सकती। नेता प्रतिपक्ष ने अपने कार्यकर्ताओं को सम्मान दिया है। कहा कि किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। जब जगह मिलेगी, कार्यकर्ताओं को सम्मान मिलेगा। किसी को आज तो किसी को कल। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी प्रवक्ता पूर्व विधायक शक्ति सिंह यादव और चितरंजन गगन भी थे। एक सवाल के जवाब में शक्ति सिंह ने कहा कि महागठबंधन में शामिल सभी दलों से सहमति लेकर राजद ने अपनी पार्टी के तीन नामों पर मुहर लगा दी।
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