मांझी ने कर दिया बड़ा ऐलान, सरकार आई तो बिहार से खत्म होगी शराबबंदी, 80 फीसदी जेल में बंद हैं दलित

पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला किया…मांझी ने कहा कि महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण सीएम नीतीश ने नहीं हमारे विभाग ने यह प्रावधान किया था…इसके साथ ही आठवीं पास को टोला सेवक और टोला मित्र के पद पर बहाल किया…मांझी ने कहा कि भीम संसद के माध्यम से सीएम के मंत्री टोला सेवकों को धमकाकर 10-10 लोगों को लाने को कहा था…

हमारी सरकार आएगी तो बिहार में शराबबंदी समाप्त कर देंगे

वहीं बिहार में शराबबंदी को लेकर मांझी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आएगी तो बिहार में शराबबंदी समाप्त कर देंगे। जो सरकार मद्द निषेध का दावा करती है, उसे नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि शराबबंदी की वजह से जो बंदी हैं, उनमें 80% दलित हैं। जो एक पौवा पीकर शाम में घर जाता है। वैसे लोगों को इन्होंने बंद कर रखा है। 500 रुपया कमानेवाला 2 हजार और 3 हजार कहां से देगा और जेल चला जाता है।  पूर्व सीएम ने कहा कि आपका यह मद्द निषेध सही से नहीं चल रहा है। मेरी सरकार आएगी तो हमलोग या तो गुजरात की तर्ज पर लागू करेंगे या यूं ही छोड़ देंगे। पहले भी तो था ही।

नीतीश कुमार को धमकाया

मांझी ने आगे कहा कि अगर हम विधानसभा में नहीं रहते तो मुख्यमंत्री का बर्ताव बर्दाश्त नहीं करते। मैं विधानसभा में अध्यक्ष से बोल रहा था और मुख्यमंत्री हमको जलील कर रहे थे। नीतीश कुमार की सोच शुरू से दलित के प्रति नकारात्मक रही है। ये सिर्फ ढोल पीट रहे कि हम शेड्यूल कास्ट के हिमायती थे। अपने मंत्री का माइक छीन लिया गया, हम रहते तो बर्दाश्त नहीं करते। ऐसे मंत्री के साथ कोई कैसे कर सकता है। शेड्यूल कास्ट से आने वाले मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। बेइज्जत होकर कोई कैसे पद पर बना रह सकता है।

नीतीश के भीम संसद को टक्कर देंगे मांझी

बता दें कि मांझी 5 दिसंबर को दिल्ली के जंतर मंतर में नीतीश कुमार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे। नीतीश कुमार के भीम संसद को टक्कर देने के लिए 24 दिसंबर को पटना के मिलर ग्राउंड में दलितों का महासम्मेलन बुला रहे हैं