मुजफ्फरपुर में पी0आई0सी0यू0 शीघ्र प्रारंभ करने पर जोर,आशा एवं आँगनबाड़ी कर्मी घर-घर जाकर करेगी जागरूक

सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के स्तर पर लगातार समीक्षा की जा रही है और लोगों को सहायता प्रदान करने के लिये सभी आवशयक कदम उठाये जा रहे हैं। सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ए0ई0एस0 एवं जे0ई0 की रोकथाम को लेकर किये जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि आशा एवं आँगनबाड़ी कर्मी घर-घर जाकर बच्चों के माता-पिता को बीमारी के संबंध में जागरूक करे। मुजफ्फरपुर में पी0आई0सी0यू0 शीघ्र प्रारंभ हो एवं संबंधित जिलों में पैडियाट्रिक वार्ड में पूर्ण तैयारी रखी जाय। अस्पतालों में चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी 24*7 उपलब्ध रहें तथा अस्पतालों में पूर्ण साफ-सफाई एवं अन्य सुविधाओं पर विशेष निगरानी रखी जाय। जे0ई0 का पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करायें। सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर ए0ई0एस0 एवं जे0ई0 की रोकथाम के लिये काम करें। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटों में कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 359 हो गयी है।

सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि लोगों को हर स्तर पर राहत देने के लिये कई कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा राहत केन्द्रों की संख्या बढ़ायी गयी है और अब इनकी संख्या 203 हो गयी है। पहले से अधिक संख्या में लोग आपदा राहत केन्द्र पर लाभान्वित हो रहे हैं और उनकी संख्या लगभग 72,100 हो गयी है। अब स्कूल (पंचायत) स्तर पर 1,283 क्वारंटाइन केन्द्र कार्यरत हैं, जिसमें 11,300 लोग रह रहे हैं। इन सभी लोगों को गुणवत्तापूर्ण भोजन, आवासन एवं चिकित्सकीय जाॅच की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।  सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि बिहार के लोग जो बाहर फॅसे हुये हैं, वे लोग मुख्यमंत्री सचिवालय, आपदा प्रबंधन विभाग एवं बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय में फोन कर अपनी समस्यायें बता रहे हैं। प्राप्त फोन पर अधिकारी रोजाना लोगों से फीडबैक प्राप्त कर रहे हैं और उसके आधार पर लोगों की समस्याओं का संबंधित राज्य सरकारों से तथा जिला प्रशासन से समन्वय कर समस्या का समाधान किया जा रहा है। अब तक 1 लाख 14 हजार काॅल/मैसेज प्राप्त हुये हैं जिनमें बिहार के बाहर के छात्र-छात्राओं के भी काॅल/मैसेज शामिल हैं। इनमें 14 लाख 52 हजार लोग सम्मिलित हैं। उनसे फीडबैक लेकर उनकी परेशानियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।

1,000 रूपये की राशि मुख्यमंत्री विशेष सहायता के रूप में

सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि लाॅकडाउन के कारण बिहार के जो लोग बिहार के बाहर अन्य राज्यों में फॅसे हुये हैं, उन्हें प्रति व्यक्ति 1,000 रूपये की राशि मुख्यमंत्री विशेष सहायता के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से दी जा रही है। राज्य के बाहर लाॅकडाउन में फॅसे बिहार के मजदूरों एवं जरूरतमंद व्यक्तियों के लिये सहायता राशि  के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से मुख्यमंत्री विशेष सहायता अन्तर्गत 1,000 रूपये की दर से
राशि दी जा रही है। अब तक 26 लाख 39 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुये हैं, उनमें से 16 लाख 67 हजार राज्य के बाहर रह रहे बिहार के लोगों के खाते में
राशि अंतरित की गयी है। शेष आवेदनों का शीघ्र निष्पादन कर राशि अंतरित की जा रही है। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि बिहार फाउण्डेशन के माध्यम से देश के 9 राज्यों के 12 शहरों में 55 राहत केन्द्र भी चलाये जा रहे हैं, जहाॅ पर लोगों को भोजन तथा राशन सामग्री भी दी जा रही है। अब तक 12 लाख 82 हजार लोग इसका लाभ उठा चुके हैं। उन्होंने बताया कि सरकार लोगों की हरसंभव मदद कर रही है।

7 लोग स्वस्थ होकर लौटे अपने घर

स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 31 पाॅजिटिव मामले आये हैं और अब कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या 359 हो गयी है। आज 7 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं। अब तक कुल 64 लोग स्वस्थ हुये हैं। कोरोना संक्रमण से प्रभावित 25 जिलों में सीवान के 30, बेगूसराय के 9, मुॅगेर के 91, पटना के 39, गया के 6, गोपालगंज के 18, नवादा के 4, नालंदा के 35, सारण के 6, लखीसराय के 4, भागलपुर के 5, वैशाली के 2, बक्सर के 25, भोजपुर के 9, रोहतास के 31, पूर्वी चम्पारण के 5, बाॅका के 2, कैमूर के 18, औरंगाबाद के 7, मधेपुरा के 1, अरवल के 4, जहानाबाद के 1, मधुबनी के 5, पूर्णिया के 1 एवं दरभंगा के 1 मामले हैं। उन्होंने कहा कि जो भी बाहर से आते हैं और जिनमें कोरोना संक्रमण के कुछ भी लक्षण दिखते हैं, वे सीधे अस्पताल जाकर जाॅच करायें। इससे उनके परिवार को और उनके आसपास के लोगों का बचाव होगा। लोग अपनी ट्रेवल हिस्ट्री न छिपायें। उन्होंने बताया कि इस प्रकार अब तक कुल 19,851 सैंपल्स की जाॅच की जा चुकी है। कोरोना की जाॅच के लिये छह लैब काम कर रही है और इससे जाॅच में तेजी आयी है।

विभिन्न जिलों में 305 क्वारंटाइन सेंटर चिन्हित

सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि राज्य के तीन अस्पतालों- एन0एम0सी0एच0 पटना, ए0एन0एम0सी0एच0 गया, भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय को कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है। विभिन्न जिलों में कोविड केयर सेंटर के रूप में भी आइसोलेशन वार्ड की संख्या बढ़ायी गयी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 305 क्वारंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित किये गये हैं, जिसमें होटल सहित अन्य स्थल भी शामिल हैं। क्वारंटाइन केन्द्रों में 7,720 कमरे चिन्हित किये गये हैं। अब तक क्वारंटाइन केन्द्रों में आवासित लोगों की संख्या 1,920 है। पंचायत स्तर पर विद्यालयों में बनाये गये क्वारंटाइन सेंटर में चिकित्सकीय दल नियुक्त हैं और उनकी जाॅच की जा रही है। आइसोलेशन सेंटर में मरीजों की संख्या 293 है। कोरोना प्रभावित जिलों की डोर टू डोर स्क्रीनिंग करायी जा रही है। अब तक निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार कुल 74 लाख 59 हजार घरों का सर्वेक्षण कराया जा चुका है। उनमें से 3,082 लोगों में सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण पाये गये हैं लेकिन यह आवश्यक नहीं कि वे कोरोना संक्रमित हों। इनमें 1,909 लोगों का सैंपल लिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि परिस्थितियों पर नजर रखी जा रही है। सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि जो भी बाहर से आये हैं उनकी सतत निगरानी की जा रही है, उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है और हेल्थ रिपोर्ट भी लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है, उसकी वजह जो सामने आयी है कि पहले जो संक्रमित पाये गये थे, उनके क्लोज काॅन्टैक्ट, सोशल काॅन्टैक्ट की ट्रेसिंग की गयी और सबकी सैंपलिंग कर उनकी जाॅच की गयी, जिसके आधार पर कुछ संक्रमित पाये जा रहे हैं। राज्य में बाहर से आने वाले भी कुछ लोग संक्रमित पाये जा रहे हैं।

अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि लाॅकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। अब तक कुल 1,630 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी है और 1,545 लोगों की गिरफ्तारियाॅ हुयी हैं। 47,297 वाहन जब्त किये गये हैं। अब तक इससे कुल 10 करोड़ 80 लाख रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 33 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी हैं और 49 लोगों की गिरफ्तारियाॅ हुयी हैं। 1,746 वाहन जब्त किये गये हैं और 35 लाख 93 हजार रूपये जुर्माना वसूला गया है। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और लाॅकडाउन का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से फेक न्यूज और साम्प्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने के आरोप में 153 एफ0आई0आर0 दर्ज किया गया है और 82 लोगों की गिरफ्तारी की गयी है। उन्होंने कहा कि ड्यूटी में लगे पुलिस कर्मियों की सुरक्षा के लिये पुलिस अधीक्षक के माध्यम से उन्हें मास्क, दास्ताने, सेनिटाइजर एवं सुरक्षात्मक सामग्री उपलब्ध करायी गयी है।