पीएमसीएच के शिशु एवं प्रसूति विभाग से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। पीएमसीएच में भर्ती एक नवजात के परिजनो ने डॉ. भूपेंद्र नारायण सिन्हा को थप्पड़ जड़ दिया। इसकी सूचना मिलते ही डॉक्टरों की भीड़ वहां उमड़ गई। डॉक्टर उस परिजन को खींचकर हॉस्टल ले गए और उसकी जमकर पिटाई कर दी। परिजन को पीटने को लेकर सीनियर और जूनियर डॉक्टरों में हॉस्टल में मारपीट शुरू हो गई। एक पक्ष का कहना था कि इसे पुलिस के हवाले करना चाहिए था। बीच-बचाव करने के लिए पीएमसीएच के प्राचार्य को जाना पड़ा। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और समझा-बुझाकर दोनो पक्षों को अलग किया। टीओपी प्रभारी अमरेंद्र कुमार ने बताया कि डॉक्टरों के बीच हुई मारपीट का किसी ने लिखित आवेदन नहीं दिया है, लेकिन डॉक्टर भूपेंद्र ने नवजात के परिजन दीपक के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज कराया है। पीरबहोर थानेदार सबीउल हक ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन करने में जुटी है।
आपको बता दें यह पूरा मामला दीघा की रहने वाले एक परिवार की है। दीघा की रहने वाली प्रिया कुमारी को बेटा पैदा हुआ है। वह शिशु एवं प्रसूति विभाग में एडमिट है। उस नवजात को देखने के लिए प्रिया के परिजन सिलेविस्टा और सिलेविस्टा का बेटा दीपक पीएमसीएच गए थे। सिलेविस्टा पूर्णिया की रहनी वाली है, लेकिन मुंबई में रहती है। सिलेविस्टा का आरोप है कि नवजात और उसकी मां के इलाज में डॉक्टर लापरवाही कर रहे थें। उन्हें एक वार्ड से दूसरे वार्ड में ले जाया जा रहा था। संक्रमण होने के डर से परिजनों ने इसका विरोध किया। जिसपर डॉक्टर ने कहा कि आपलोग कहीं भी जाएं। इसके बाद मैंने फिर से उनकी बात का थोड़ा-सा विरोध किया तो डॉक्टर ने एक परिजन का हाथ मोड़ दिया। सिलेविस्टा ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर उसके बेटे को हॉस्टल ले गए और जमकर पीटा। न्याय के लिए दौड़ती रही लेकिन कोई मदद के लिए आगे नहीं आया।
सिलेविस्टा ने और आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टर ने मुझे धक्का दे दिया गया। धक्का लगते ही उसका बेटा आगे बढ़ गया और उसने धक्का देने वाले डॉक्टर को थप्पड़ जड़ दिया। दीपक को यह पता नहीं चला कि धक्का देने वाला डॉक्टर है। उसका यह भी आरोप है कि उसे भद्दी गालियां दी गईं। वहीं डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि दीपक की मां गुंडे बुला रही थी।
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